केंद्र सरकार ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा में इजाफा कर दिया है. कैलाश विजयवर्गीय को अब ज़ेड पल्स सुरक्षा मुहैय्या कराई जाएगी. पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में कैलाश विजयवर्गीय के काफ़िले पर हमला किया गया था जिसमें उन्हें हाथ में चोट आई थी और उनकी गाड़ी को काफी नुकसान पहुंचा था. विजयवर्गीय ने पूरी घटना का वीडियो भी शेयर किया था. वीडियो में बाहर से गाड़ी के ऊपर पत्थर फेंकते हुए लोग दिखाई दे रहे थे. बीजेपी ने हमले के पीछे टीएमसी का हाथ बताया था, जिसे ममता बनर्जी ने खारिज कर दिया था. इस घटना के बाद ही कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है. अब कैलाश विजयवर्गीय को बुलेट प्रुफ कार भी मुहैय्या कराई जाएगी.
बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय इन दिनों राज्य में पार्टी के लिए समर्थन जुटाने में लगे हैं. इस सिलसिले में वो अक्सर ही रैलियां और रोड शो करते हैं. इस बार बंगाल में कमल खिलाने के लिए पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. पार्टी की टॉप कमान भी इन दिनों पश्चिम बंगाल पर पूरा जोर दे रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर गृहमंत्री अमित शाह बंगाल में डेरा डाले नजर आ रहे हैं. इसी बीच राज्य से अक्सर बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या और उन पर हमले की खबर भी सामने आती रहती है. पार्टी के नेताओं को भी निशाने पर लेने की खबरें सुनने को मिलते रहती हैं. हालांकि टीएमसी हर बार ही ऐसी किसी भी घटना को बीजेपी की साजिश करार देती है. ऐसे में बीजेपी ने राज्य में कानून व्यवस्था को बड़ा चुनावी मुद्दा बना लिया है.
गुरुवार को भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया था. हमले में जेपी नड्डा को कोई नुकसान नहीं हुआ था लेकिन उनकी गाड़ी को नुकसान पहुंचा था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नड्डा पर भीड़ के हमले को लेकर शनिवार को तीन आईपीएस अधिकारियों की दिल्ली डेप्यूटेशन पर बुला लिया था. जेपी नड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं तीनों अधिकारियों के जिम्मे थी. इस घटना को भी टीएमसी ने नौटंकी करार दिया था जबकि बीजेपी ने काफ़ी तीखे तेवर दिखाते हुए ममता सरकार पर हमला बोला था.
बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि ममता सत्ता में लौटने के लिए हिंसा का सहारा ले रही हैं. कैलाश विजयवर्गीय ने रविवार को चुनाव आयोग से अपील की है कि राज्य में राजनीतिक हिंसा और आतंक रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से केंद्रीय बलों की तैनाती की जानी चाहिए. साथ ही राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील की है.
पश्चिम बंगाल में साल 2021 में अप्रैल से मई महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. एक तरफ बीजेपी राज्य में अपनी जड़े मजबूत करने में जुटी है तो दूसरी ओर सूबे की मुखिया ममता बनर्जी की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. उनकी अपनी ही पार्टी के नेता बग़ावती तेवर दिखा रहे हैं.
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