राष्ट्रीय महिला आयोग ने कमलनाथ की ओर से कथित तौर पर 'आइटम' वाली टिप्प्णी किए जाने के मामले में सोमवार को मुख्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर जरूरी कार्रवाई की मांग की है.
@NCWIndia has taken cognizance of the derogatory remarks made by MP Leader of Opposition #KamalNath against a woman Minister & has sought an explanation from him.Our Chairperson @sharmarekha has also written to Chief Election Commissioner for taking necessary action in the matter pic.twitter.com/wCvoQ8c0oO
— NCW (@NCWIndia) October 19, 2020
आयोग ने बयान जारी कर कहा कि खबरों के माध्यम से पता चला है कि कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के डबरा में एक सभा के दौरान एक महिला मंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की. आयोग के एक नेता की ओर से दिए गए इस गैर-जिम्मेदाराना और अपमाजनक बयान की कड़ी निंदा करता है. महिला आयोग के मुताबिक, इस मामले में जरूरी कार्रवाई के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया है. इससे पहले, महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा था कि आयोग कमलनाथ को नोटिस भेज रहा है.
वहीं, कमनलाथ भी अब अपने बयान पर सफाई दे रहे हैं. उनके मुताबिक़, "आइटम कोई आपत्तिजनक शब्द नहीं है. मुझे इस मौके पर नाम याद नहीं आ रहा था तो मैंने कह दिया, वो जो यहां की आइटम हैं." पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने बयान के समर्थन में आगे दलील देते हुए कहा, "जब लोकसभा में लिस्ट आती है तो उस पर लिखा होता है आइटम नंबर-1... विधानसभा में आती तो लिखा होता है आइटम नंबर-1... आइटम कोई दुर्भावना से या असम्मानित दृष्टि से मैंने नहीं कहा...आइटम कोई असम्मानित शब्द नहीं है..."
कमलनाथ ने आगे कहा, "आइटम का प्रयोग तो आम होता है. ये तो संसद का शब्द है... ये विधानसभा में आता है... आज आप कोई प्रोग्राम देखते हैं, आज मेरा आइटम नंबर वन ओमकारेश्वर है... तो ये क्या असम्मानित हो गया... ये मैं नहीं समझता, पर उनको कहने लायक कुछ नहीं.. किसी ना किसी तरह जनता का ध्यान भटकाना ही उनका लक्ष्य है."
बीजेपी ने अपनी नेता इमरती देवी के सम्मान में आज 2 घंटे का प्रदेशव्यापी मौन धरना दिया था. राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ग्वालियर में मौन धरना दिया था.
शिवराज के मौन धरने को भी कमलनाथ ने उनका प्रायोजित कार्यक्रम करार दिया और कहा कि शिवराज सिंह चौहान एक्टर हैं. उनको मुंबई जाना चाहिए. वो एक्टिंग करें और मध्य प्रदेश का नाम रोशन करें. इन्होंने कई साल तक एक्टिंग की है और लोगों को अब समझ आ जाएगा.
कमलनाथ के बयान पर इमरती देवी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये लोग मध्य प्रदेश को जानते नहीं हैं. ये खुद कहां के हैं, पता नहीं है. इन्हें मध्य प्रदेश में रहने का हक नहीं है. एक मां, बहन बेटी से इस तरह की बात कहना बहुत अपमानजनक है.
इमरती देवी ने कहा, "मैं कमलनाथ को भाई मानती थीं, अब राक्षस के रूप में देख रही हूं.
सोमवार को मौन धरने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने एक चिट्ठी लिखी और उस उनसे पूछा क्या निर्लज्ज नेता कमलनाथ को अट्टहास करते हुए महिलाओं के मान-सम्मान की धज्जियां उड़ाते हुए आप देख सकेंगी?"
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 19, 2020
जहाँ नारी की पूजा होती है, वहीं देवताओं का वास होता है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कल एक महिला के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उससे मैं आहत हूँ, शर्मिंदा हूँ।
आज बापू के चरणों में उनके लिए प्रायश्चित करने हेतु बैठा हूँ। pic.twitter.com/5f9xniPHFi
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