कंगना रनौत ने आज महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की और महाराष्ट्र सरकार द्वारा उनके साथ हुए व्यवहार की जानकारी दी. कंगना तय समय के अनुसार राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंची थी. उनके साथ उनकी बहन रंगोली चंदेल भी थीं. राज्यपाल से कंगना की करीब 45 मिनट तक बात हुई.
राजभवन से बाहर आकर कंगना ने मीडिया को बताया कि मैं एक नागरिक के तौर पर राज्यपाल से मिलने आई थी और उन्हें बताने आई थी कि किस तरह का अभद्र व्यवहार मेरे साथ राज्य सरकार ने किया है. मेरे साथ जो कुछ हुआ वो बहुत गलत हुआ. मैंने जिस शहर में एक स्क्रैच के साथ शुरुआत की थी, वहीं मेरे साथ ऐसा सुलूक किय गया कि मेरा मंदिर जैसा ऑफिस तोड़ दिया गया.
A short while ago I met His Excellency the Governor of Maharashtra Shri Bhagat Singh Koshyari Ji. I explained my point of view to him and also requested that justice be given to me it will restore faith of common citizen and particularly daughters in the system. pic.twitter.com/oCNByhvNOT
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 13, 2020
कंगना ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें एक बेटी की तरह सुना. कंगना अपनी बात कहते हुए इस बात पर भी ज़ोर देती नज़र आईं कि मेरा सियासत से कोई लेना देना नहीं है. मैं उम्मीद करती हूं कि मुझे न्याय मिलेगा. कंगना जब राजभवन से बाहर निकलीं तो उनके हाथ में एक नीले रंग वाला कमल का फूल था.
आपको बता दें कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर से की थी और तभी से कंगना और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच ज़ुबानी जंग शुरु हो गई थी. संजय राउत ने कंगना को वापस मुंबई नहीं आने की सलाह दी थी. लेकिन कंगना ने इसे चुनौती की तरह लिया और ऐलान कर दिया कि वो 9 तारीख को मुंबई लौटेंगी. अपने कहे अनुसार कंगना मुंबई पहुंचीं, लेकिन इसी बीच बीएमसी ने कंगना को उनके ऑफिस में अवैध निर्माण की बात कहते हुए एक के बाद एक दो नोटिस थमा दिए.
बीएमसी ने कंगना के जवाब का इंतज़ार भी नहीं किया और उनके दफ़्तर पर बुलडोज़र चला दिया. हालांकि कंगना के वकील ने इसी दरमियान कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया और बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगवाई.
कंगना ने अपना ऑफिस तोड़े जाने पर ट्वीट किया कि मेरा मंदिर जैसा ऑफ़िस तोड़ा गया है. उन्होंने बीएमसी को बाबर की सेना तक कह डाला. साथ ही कहा कि बाबार ने राम मंदिर तोड़ा था. लेकिन आज मंदिर वहीं बन रहा है. मेरा ऑफ़िस भी फिर से बनेगा. बाबर की सेना और मंदिर जैसे शब्दों के इस्तेमाल के बाद तो सियासत और गर्म हो गई.
यही नहीं कंगना ने 9 सितंबर को मुंबई अपने घर पहुंचने के बाद एक वीडियो संदेश भी जारी किया था जिसमें उन्होंने उद्धव ठाकरे के लिए तू शब्द का प्रयोग किया था. उन्होंने कहा था आज मेरा ऑफ़िस तोड़ा है कल तेरा घमंड टूटेगा. ये समय का चक्र है बदलता रहता है. इस पर भी शिव सैनिकों ने ख़ासी नाराज़गी ज़ाहिर की थी. फिलहाल कंगना बनाम महाराष्ट्र सरकार की जंग जारी है.
आपको बता दें केंद्रीय मंत्री और आरपीआइ अध्यक्ष रामदास आठवले ने भी शुक्रवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करके कंगना को मुआवजा दिए जाने की मांग की थी. रामदास आठवले ने कंगना रनौत के दफ्तर पर बीएमसी की कार्रवाई को गलत ठहराया था. साथ ही उन्होंने कंगना के घर जाकर उनसे मुलाकात भी की थी.
यही नहीं आज करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने भी कंगना से मुलाकात की और उन्हें यकीन दिलाया कि करणी सेना हमेशा उनके समर्थन में हैं. सुखदेव सिंह ने कंगना से कहा कि उन्हें किसी से डरने कि ज़रुरत नहीं है. ना शिव सेना से.. ना अंडरवर्ल्ड से और ना ही कहीं के किसी गुंडे से. हम आपके साथ हैं और साथ रहेंगे. आप पूरे भारत में जहां कहीं भी जाएं राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना आपके साथ रहेगी.
VIDEO: कंगना ने दी महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को खुली चुनौती
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