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कंगना ने सीएम उद्धव को फिर बताया बाबर, बोलीं- Bar खोल दिए लेकिन मंदिर नहीं

Fauzia

मुंबई 13 Oct, 2020 08:05 pm

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और राज्य की सरकार एक बार फिर से फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के निशाने पर हैं. इस बार महाराष्ट्र में धार्मिक स्थान खोलने को लेकर कंगना ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया हैं जिसमें उन्होंने लिखा है, "ये जानकर अच्छा लगा कि गुंडी सरकार से माननीय गर्वनर साहब सवाल पूछ रहे हैं. गुंडों ने बार और रेस्टोरेंट्स को तो खोल दिया है लेकिन रणनीति के हिसाब से मंदिर बंद कर रखे हैं. सोनिया सेना तो बाबर की सेना से भी घटिया बर्ताव कर रही है." 

कंगना ने एक बार फिर सीएम उद्धव ठाकरे की तुलना बाबर से की है. 

आपको बता दें महाराष्ट्र में धार्मिक स्थल खोलने को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सोमवार को उद्धव सरकार को एक पत्र लिखा था. जिसमें कहा गया था कि उनसे तीन प्रतिनिधिमंडलों ने धार्मिक स्थलों को पुन: खोले जाने की मांग की है. कोश्यारी ने पत्र में ये भी लिखा था, "क्या आपको कोई दैवीय प्रेरणा मिल रही है कि आप मंदिर नहीं खोल रहे हैं? क्या आप अचानक सेक्युलर हो गए हैं? पहले तो आप इस शब्द से ही नफरत करते थे?" 

इसके अलावा बीजेपी ने भी सूबे की सरकार से मंदिर खोलने का आग्रह किया था. 

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी राज्यपाल को तुर्की बा तुर्की जवाब लिखते हुए कहा कि उनके हिंदुत्व को राज्यपाल की मुहर की जरूरत नहीं है. उन्होंने पत्र में लिखा जैसे अचानक लॉकडाउन लागू करना उचित नहीं था, उसी तरह एक ही बार में उसे हटाना भी सही नहीं होगा. ठाकरे ने पत्र में राज्यपाल को संविधान की भी याद दिला दी. उद्धव ने लिखा, "क्या धर्मनिरपेक्षता संविधान का अहम हिस्सा नहीं है, जिसके नाम पर आपने राज्यपाल बनते समय शपथ ग्रहण की थी." 

कोरोना काल में बंद पड़े धार्मिक स्थलों को खुलवाने के लिए राज्य में बेजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. महाराष्ट्र में सिद्धिविनायक मंदिर समेत अन्य मंदिर खोले जाने को लेकर मंगलवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने खूब हंगमा किया. सड़कों पर ही प्रदर्शनकारी पूजा की थाली लेकर निकल पड़े. भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के साथ प्रदर्शकारियों की झड़प भी हो गई. 

राज्य में बढ़ता हंगामा देख फिल्म अभिनेत्री कंगना ने भी राज्य के सीएम को निशाने पर ले लिया.

इससे पहले मुंबई में ग्रिड फेल होने के बाद भी कंगना ने सत्ता में मौजूद शिवसेना पर तंज कसा था. कंगना और शिवसेना सरकार के बीच सुशांत की मौत मामले से ही तनातनी चल रही है. सबसे पहले उनकी तीखी झड़प शिवसेना नेता संजय राउत से हुई थी. बहस इतनी ज़्यादा बढ़ गई कि राज्य की सरकार ने कंगना का ऑफिस ये कहते हुए तोड़ दिया कि उसका कुछ हिस्सा अनाधिकृत तौर पर बनाया गया है. हालांकि इसके लिए मामला अभी कोर्ट में चल रहा है. 

उद्धव सरकार की इस कार्रवाई पर कोर्ट ने बीएमसी को फटकार लगाई थी. उस वक़्त भी कंगना ने उद्धव की तुलना बाबर से की थी. कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से भी की कर डाली थी. जिस पर उन्हें सोशल मीडिया और बॉलीवुड के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ा था.

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