Karwa Chauth 2020: करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है. सूर्योदय से लेकर चंद्रमा निकलने तक जल की एक बूंद भी ग्रहण नहीं की जाती है. चांद को अर्घ्य देने के बाद ही यह व्रत संपन्न होता है. सूर्यास्त के बाद विधि-विधान से पूजा की जाती और फिर करवा चौथ की व्रत कथा सुनी जाती है. व्रत कथा सुने या पढ़े बिना इस व्रत को अधूरा माना जाता है. इस वीडियो में सुनिए करवा चौथ की संपूर्ण व्रत कथा.
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