महाराष्ट्र बीजेपी के सीनियर लीडर और पूर्व मंत्री एकनाथ राव खडसे (Eknath Khadse) ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष जयंत पाटील (Jayant Patil) को अपना इस्तीफ़ा भेजा.
आज बुधवार, दिनांक २१ ऑक्टोबर २०२० रोजी मी भारतीय जनता पक्षाच्या प्राथमिक सदस्यत्वाचा राजीनामा दिला आहे. @BJP4Maharashtra @ChDadaPatil @NCPspeaks @Jayant_R_Patil
— Eknath Khadse (@EknathGKhadse) October 21, 2020
जयंत पाटील ने कहा है कि पार्टी ने खडसे का इस्तीफा मंज़ूर कर लिया है. हम उन्हें बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं.
स्व. गोपीनाथ मुंडे साहेबांच्या खांद्याला खांदा लावून गेली तीन दशके भाजपचे नेतृत्व करणारे ज्येष्ठ नेते एकनाथ खडसे यांनी भाजपचा त्याग केला आहे. त्यांनी भाजपच्या सदस्यत्वाचा राजीनामा दिला आहे. म्हणून येत्या २३ ऑक्टोबर रोजी त्यांना @NCPspeaks पार्टीमध्ये प्रवेश दिला जाणार आहे. pic.twitter.com/O7j4cyyNLH
— Jayant Patil (@Jayant_R_Patil) October 21, 2020
एकनाथ खडसे महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) सरकार में राजस्व और कृषि समेत कई विभागों के मंत्री रहे थे. लेकिन, भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद साल 2016 में उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा था. उसके बाद से ही उनकी नाराज़गी की ख़बरें आ रही थीं. माना जा रहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ खडसे के बीच नहीं पट रही थी. 2014 के चुनाव के बाद, एकनाथ खडसे भी बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद की रेस में थे. लेकिन, देवेंद्र फडणवीस ने बाज़ी मार ली थी.
2019 के आम चुनाव से पहले भी एकनाथ खडसे के पार्टी छोड़ने की चर्चा चली थी. पिछले ही साल महाराष्ट्र बीजेपी की एक और नेता पंकजा मुंडे ने भी बाग़ी तेवर दिखाए थे. देवेंद्र फडणवीस से नाराज़ बीजेपी लीडर, गोपीनाथ मुंडे की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में जुटे थे.
एकनाथ खडसे का आरोप है कि देवेंद्र फडणवीस ने उनके ख़िलाफ़ बदले की कार्रवाई की और उनके करियर को तबाह कर दिया. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट भी नहीं दिया गया था. बीजेपी ने एकनाथ खडसे की बेटी रोहिणी खडसे (Rohini Khadse-Khewalkar) को टिकट दिया था. लेकिन, वो हार गईं. खडसे ने इसके लिए भी देवेंद्र फडणवीस को ही ज़िम्मेदार ठहराया था.
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा है कि एकनाथ खडसे, शुक्रवार को एनसीपी ज्वाइन करेंगे. इससे पहले एनसीपी के सुप्रीमो शरद पवार ने इसका संकेत तब दिया था, जब उन्होंने कहा था कि राज्य में नेता विपक्ष के तौर पर एकनाथ खडसे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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