पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पर जमकर निशाना साधा. आपको बता दें कि अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल गए हुए हैं शुक्रवार कोलकाता के नजदीक मतुआ दलित परविार के साथ खाना खाएंगे.
ममता बनर्जी ने कहा, "पिछले 20-25 सालों से जब तक बड़ी मां (मतुआ समुदाय की वरिष्ठ सदस्य) जिंदा थीं, मैं उनका ध्यान रखा करती थी. मैं उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाती थी. मतुआ के पास सबसे पहले मैं गई थी और उस इलाके का विकास करना शुरू किया. कुछ लोग नए हैं और पैराशूट बनने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें पता नहीं है."
आपको बता दें कि अखिल भारतीय मतुआ महासंग ने 2019 में लोकसभा चुनाव स पहले उत्तर 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली आयोजित की थी.
उधर, गृह मंत्री अमित शाह बुधवार शाम कोलकाता पहुंच चुके हैं. कोलकाता पहुंचने के बाद अमित शाह ने पूर्व मिदनापुर के पटासपुर के बीजेपी बूथ उपाध्यक्ष मदन घोराई के परिजनों से मुलाकात की. इस मुलाकात की जानकारी उन्होंने ट्विटर के जरिए देते हुए लिखा, "कोलकाता में हमारे शहीद बूथ उपाध्यक्ष मदन घोराई के परिवार के साथ मुलाकात की. मैं उनके बहादुर परिवार को नमन करता हूं. पश्चिम बंगाल में अत्याचार और अन्याय के खिलाफ लड़ते हुए जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है, बीजेपी हमेशा उन कार्यकर्ताओं की ऋणी रहेगी."
Met with the family of our martyred Booth Vice President Madan Ghorai in Kolkata.
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
I bow to his braveheart family.@BJP4India will always remain indebted to our karyakartas who have given their supreme sacrifice while fighting against atrocities and injustice in West Bengal. pic.twitter.com/feOTJVbwhi
अमित शाह जैसे ही कोलकाता पहुंचे बीजेपी नेताओं और समर्थकों ने उन पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाईं और शंख बजाकर स्वागत किया.
Reached Kolkata!
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
I wholeheartedly thank the people of West Bengal and our karyakartas for such love, warmth and support. pic.twitter.com/OF92nJeBKy
इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट करते हुए लिखा, "मैं अपने दो दिवसीय दौरे के लिए आज (बुधवार) पश्चिम बंगाल पहुंच रहा हूं. मैं बीजेपी कार्यकर्ताओं, बंगाल की जनता, मीडिया कर्मियों और तमाम समुदाय के लोगों से मिलने के लिए उत्सुक हूं."
I will be reaching West Bengal tonight on two days visit.
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
Looking forward to interacting with our karyakartas of @bjp4bengal, beloved people of West Bengal, friends in Media and representatives of different communities. https://t.co/MQlb2t4Uzv
आपको बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राज्य की 42 सीटों में से 18 सीटें मिलीं थीं. ऐसे में अब पार्टी 2021 में पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी सफलता दोहराना चाहती है.
अमित शाह गुरुवार व शुक्रवार को बांकुड़ा और कोलकाता में रैलियों को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह दक्षिणेश्वर मंदिर भी जाएंगे और पद्म भूषण पंडित अजय चक्रवर्ती से मुलाकात भी करेंगे.
एक बीजेपी नेता के मुताबिक, "अमित शाह बांकुड़ा में एक आदिवासी परिवार और कोलकाता में मतुआ परिवार के साथ खाना खाएंगे. वह शुक्रवार शाम दिल्ली वापस चल जाएंगे."
गौरतलब है कि 2019 में बीजेपी को वोट देने वाला मतुआ समुदाय पाकिस्तान के पूर्वी हिस्से से आता है. यह समुदाय सीएए के तहत नागरिकता दिए जाने की मांग कर रहा है. जबकि, राज्य की मुख्यमंत्री नागरिकता कानून का जमकर विरोध कर रही हैं.
पश्चिम बंगाल की 294 सीटों में से कम से कम 70 सीटों पर मतुआ समुदाय की उपस्थिति है. 2019 के चुनावों में मटूओं ने बीजेपी का समर्थन किया था. मतुआ और बीजेपी नेता शांतनु ठाकुर ने अपनी ही चाची और तृणमूल कांग्रेस की ममता बाला ठाकुर को तब लोकसभा चुनाव में बॉन्गांव सीट से हराया था. हालांकि राज्य में सीएए लागू करवाने में हो रही देरी से शांतनु ठाकुर नाराज चल रहे हैं.
नाडिया जिले में मतुआ समुदाय के लिए एम्बुलेंस को मंजूरी देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मतुआ राज्य की 16 फीसदी आबादी का हिस्सा हैं और वह सिर्फ बॉन्गांव "और उत्तर 24 परगाना जिले तक सीमित नहीं हैं. ममता के मुताबिक, "मतुआ राज्य भर में फैले हुए हैं. हम मतुआ विकास बोर्ड बनाने की योजना बना रहे हैं. मैंने इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट भी दिया है."
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