अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का नक़्शा पास हो गया है. आज अयोध्या में विकास प्राधिकरण के बोर्ड की बैठक में मंदिर के नक़्शे को मंज़ूरी दे दी गई. इस नक़्शे को विकास प्राधिकरण के बोर्ड ने सर्वसम्मति से मंज़ूरी दी. मंदिर परिसर में 2 लाख 74 हज़ार 110 वर्ग मीटर का ओपन एरिया होगा. इसके अलावा क़रीब 13 हज़ार वर्ग मीटर का कवर्ड एरिया होगा. यानी श्रीराम का मंदिर 13 हज़ार वर्ग मीटर के कवर्ड एरिया में बनेगा.
अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड की बैठक सुबह 11 बजे प्राधिकरण के सभागार में शुरू हुई थी. इसमें कमिश्नर एमपी अग्रवाल, उपाध्यक्ष डॉक्टर नीरज शुक्ला के साथ साथ अयोध्या के डीएम अनुज शुक्ला भी पदेन सदस्य होने के नाते इस बैठक में शामिल हुए.
विकास प्राधिकरण के पास केवल 25 एकड़ तक की ज़मीन का नक़्शा पास करने का अधिकार है. इससे अधिक ज़मीन पर निर्माण होने पर प्राधिकरण का बोर्ड ही नक़्शे को मंज़ूरी दे सकता है. इसीलिए, अयोघ्या विकास प्राधिकरण की विशेष बैठक बुलाकर श्रीराम के भव्य मंदिर के नक़्शे को मंज़ूरी दी गई.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी डॉ अनिल मिश्र जी ने आज श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के मानचित्र व अन्य आवश्यक दस्तावेज़ स्वीकृति के लिये अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व सचिव महोदय को सौंपे ताकि मानचित्र स्वीकृति पश्चात निर्माण कार्य प्रारम्भ हो सके। pic.twitter.com/oY7ffqDlfL
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 29, 2020
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास ने दो लाख 74 हज़ार 110 वर्ग मीटर के क्षेत्र का नक़्शा, अयोध्या विकास प्राधिकरण के सामने मंज़ूरी के लिए दाख़िल किया था.
ट्रस्ट को इसके एवज़ में विकास प्राधिकरण को अनुरक्षण शुल्क, पर्यवेक्षण और लेबर सेस देना पड़ेगा. संभावना इस बात की भी है कि मंदिर निर्माण से अयोध्या विकास प्राधिकरण को लगभग पांच करोड़ रुपए शुल्क के तौर पर मिलेंगे. बोर्ड ने अपनी बैठक में टैक्स कैल्कुलेश को भी मंज़ूरी दे दी है.
अयोध्या में श्रीराम के मंदिर निर्माण का मार्ग पिछले साल नवंबर में तब प्रशस्त हुआ था, जब सुप्रीम कोर्ट ने विवादित ज़मीन को रामलला को देने का फ़ैसला सुनाया था.
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट बनाने का एलान किया था. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास हैं, तो महासचिव विश्व हिंदू परिषद् के चंपत राय हैं.
पिछले महीने, पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए अयोघ्या में भूमि पूजन किया था.
Leave Your Comment