'श्रीकृष्ण गोबिन्द हरे मुरारी....' भगवान कृष्ण के भजनों और गीतों से पूरी मथुरा नगरी और आस-पास के इलाके गुंजायमान हैं. हालांकि इस बार कोरोना महामारी के चलते मथुरा के बाहर के श्रद्धालुओं को शहर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है और इस पवित्र मौके पर विभिन्न देशों से आने वाले श्रद्धालु भी नहीं पहुंच सके हैं, लेकिन इससे मथुरावासियों के श्रीकृष्णजन्मोत्सव मनाने के उत्साह पर कोई फर्क नहीं पड़ा है.
श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थित भागवत भवन मंदिर में सुबह तड़के मंगला आरती हुई और ठाकुरजी को नये वस्त्र अर्पित किये गये. यहां आज रात के उत्सव की भव्य तैयारियां चल रही हैं. श्रीकृष्ण जन्म स्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि शास्त्र सम्मत विधियों और परंपराओं के हिसाब से सभी कार्यक्रमों को कराया जायेगा और भागवत भवन में सुवर्ण आभा बंगला तैयार किया जा रहा है. मथुरा, वृंदावन, गोकुल, नंदगांव, गोवर्धन और बरसाना में भी मंदिरों को फूलों और रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया है.
VIDEO : जानिए कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और नियम
गुजरात में कृष्ण जन्माष्टमी वर्चुअल माध्यम से मनाई जा रही है. जहां हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लाखों भक्तों का जमावड़ा होता है. वह देवभूमि द्वारका जिले में भगवान द्वारकाधीश का मंदिर आज बंद है. श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर लोगों को भीड़ से दूर रखने के लिए द्वारकाधीश मंदिर तीन दिन के लिए बंद रखा गया है. इसी तरह डाकोर का श्री रणछोड़ रायजी मंदिर भी आस-पास के क्षत्रों में कोविड-19 के नये मामले सामने आने के बाद बंद रखा गया है. हालांकि दोनों मंदिरों ने दर्शन, पूजा और कृष्ण जन्मोत्सव के लिए ऑनलाइन मोड पर विशेष इंतजाम किये हैं. श्री द्वारकाधीश मंदिर द्वारा आज रात 12 बजे से कृष्ण जन्मोत्सव का टेलीविजन पर लाइव प्रसारण किया जायेगा. अहमदाबाद में इस्कॉन मंदिर, हरे कृष्णा मंदिर और सोला भगवत विद्यापीठ और अरवली जिले के शामलाजी मंदिर सहित राज्य के अनेक मंदिरों आज भाविकों के लिए बंद रहने वाले हैं. कोविड-19 के संक्रमण की वजह से राज्य सरकार ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर होने वाले पारंपरिक मेले पर पहले से ही पाबन्दी लगा दी है.
मुंबई में लोकप्रिय दही हांडी उत्सव इस बार कोविड महामारी के कारण व्यापक स्तर पर नहीं मनाया जा रहा है. इस उत्सव के बड़े आयोजकों ने अपने समारोहों को रद्द कर दिया है. कुछ हाउसिंग सोसाइटियों में यह उत्सव छोटे स्तर पर मनाया जा रहा है. अन्य संस्थाएं महा आरती, मंत्रों का जाप, हवन और धार्मिक प्रवचन ऑनलाइन आयोजित कर रही हैं. कई मंदिर प्रशासन ने लोगों से मंदिरों में न जाने की अपील की और कहा है कि वे मंदिर की वेबसाइट या फेसबुक पर भगवान कृष्ण के दर्शन करें. मुंबई में गिरगांव चौपाटी पर स्थित राधा गोपीनाथ मंदिर और इस्कॉन मंदिर ने इस अवसर पर कथा और कीर्तन का आयोजन किया है. कोरोना महामारी के कारण मुंबई में इस उत्सव के कई आयोजकों ने जून में ही उत्सव रद्द करने की घोषणा कर दी थी.
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर लोगों को बधाई दी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि भगवान कृष्ण का कर्मयोग पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा करने की बजाय हमें जिम्मेदारियों पर ध्यान देने का संदेश देता है. उन्होंने कहा कि यह भावना हमारे सभी कोरोना योद्धाओं के काम से स्पष्ट है. राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि भगवान कृष्ण सभी को अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करेंगे.
उपराष्ट्रपति एम.वैंकेया नायडू ने कहा कि भगवान कृष्ण की लीलाएं हमेशा से हमे मंत्रमुग्ध करती रही हैं. फल की चिन्ता किये बिना निष्ठापूर्व कर्तव्य पूरा करने का उनका संदेश पूरी मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण जनमाष्टमी संयमित रूप से मनाई जानी चाहिए. श्री नायडु ने जनमाष्टमी पर सबके लिए शांति, मेल-मिलाप और समृद्धि की कामना की. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कामना की है कि भगवान कृष्ण सबके जीवन में शांति, समृद्धि और खुशियों का संचार करें.
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