बिहार में बहुजन समाज पार्टी (BSP) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. इसी के साथ आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. बसपा अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को एक प्रेस कान्फ़्रेंस कर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बिहार की जनता को "सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय" के सुखद ऐतिहासिक परिवर्तन की जरूरत है. इसके मद्देनजर BSP ने उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ गठबंधन किया है.
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2020
मायावती ने कहा कि बिहार में चुनाव की तारीखों का एलान होते ही केंद्र और बिहार राज्य की ओर से तरह-तरह की योजनाओं की घोषणा की जाने लगी. ये घोषणाएं सिर्फ़ जनता को बरग़लाने के लिए हैं. 5 साल तक केंद्र और राज्य सरकार कुंभकर्ण की नींद सोते रहे और अब उन्हें राज्य के विकास की चिंता सता रही है. मगर जनता इतनी नासमझ नहीं है. वो अब किसी बहकाए में नहीं आएगी.
— Mayawati (@Mayawati) September 29, 2020
मायावती ने कहा इस गठबंधन का मकसद बिहार की राजनीति, सरकार और सामान्य जीवन में उपेक्षित वर्गों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और अगड़ी जातियों के गरीब लोगों को बराबरी का हक दिलाना है. उन्होंने कहा कि बिहार में अभी तक कई बार गठबंधन की सरकारें बन चुकी हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी राज्य के गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए.
मायावती के साथ गठबंधन के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उनका गठबंधन बिहार की सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगा. बता दें कि 28 सितंबर को जन अधिकार पार्टी के प्रमुख राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन यानी पीडीए के साथ गठन किया है. पप्पू यादव द्वारा बनाए गए इस गठबंधन में चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी, एमजे फैजी की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी और बहुजन मुक्ति पार्टी जैसी पार्टियां शामिल हुई है.
वर्तमान में कुशासन वाली @NitishKumar सरकार से मुक्ति के बदले 15 साल पूर्व जैसी सरकार से बिहारवासियों का सामना न हो इसीलिए हम पढ़ाई, कमाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध बेहतर सरकार देने का वादा करते हैं। ऐसे विचारों वाली सभी दलों को साथ आने का आह्वान करते हैं। pic.twitter.com/OLeZ5nnhrh
— RLSP (@RLSPIndia) September 29, 2020
बिहार विधानसभा का चुनाव दो गठबंधन के बीच नहीं बल्कि चार गठबंधन के बीच होना तय है.
गठबंधन बनने के बाद कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ने राज्य में सुशासन का सपना दिखाया था लेकिन हालत ये है कि राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. कोई भी काम घूस दिए बिना संभव नहीं है.
कुशवाहा ने कहा कि तथाकथित सुशासन की सरकार में आरजेडी के शासनकाल से भी ज्यादा भ्रष्टाचार हो रहा है. जनता विकल्प तलाश रही है और इस बार हमारा गठबंधन बिहार की जनता के लिए विकल्प के तौर पर उभर कर सामने आएगा.
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