केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के सफल कार्यान्वयन के लिए छात्रों और शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि NEP 2020 सभी पहलुओं में क्रांतिकारी है, क्योंकि यह प्राथमिक स्तर की शिक्षा में किसी की मूल भाषा को बढ़ावा देने, माध्यमिक स्तर पर छात्रों के लिए व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने और अन्य अभिनव सुधार जैसे कई पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) किसी एक विभाग या सरकार की नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र की है और देश में ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिये आमूलचूल बदलाव के साथ इसे लाया गया है.
निशंक ने ‘इंटरनेशनल मोनोलिथिक कांफ्रेंस' को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की दुनियाभर में सराहना की जा रही है. यह ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान, सामाजिक विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के जरिये वैश्विक प्रतिस्पर्धा का आधार बढ़ाने में सक्षम है. ''
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य मूल्य आधारित समग्र शिक्षा प्रदान करना, वैज्ञानिक सोच का विकास करना और साथ ही भारत के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है. यह नीति शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी के अधिकाधिक उपयोग के लिए रूपरेखा तैयार करने, ऑनलाइन पाठ्यक्रम सामग्री के विकास, अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की शुरुआत और राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी मंच की स्थापना सरीखे नवीन सुधारों पर जोर देती है, जो भारतीय विद्वानों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में लाभदायक सिद्ध होगी.
यह भी पढ़ें: JEE Advanced 2021: 3 जुलाई को होगी जेईई एडवांस्ड परीक्षा, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने सराहना की है, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने भी नई शिक्षा नीति की प्रशंसा की. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया और मॉरिशस ने भी नीति की सराहना की. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति समानता एवं भारत की जरूरतों पर आधारित है और इसकी प्रकृति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों है, इसे व्यापक परामर्श के बाद लाया गया है.
Leave Your Comment