कहते हैं सफलता किसी की मोहताज नहीं होती. मेहनत से आगे बढ़ने वालों को कोई भी बाधा रोक नहीं सकती. ऐसे एक और उदाहरण इस बार की NEET परीक्षा के रिजल्ट के बाद देखने को मिला है. तमिलनाडु में एक चरवाहे के बेटे ने NEET 2020 परीक्षा को क्रैक किया है. तमिलनाडु के थेनी जिले के जीविथकुमार ने 720 में से 664 अंक हासिल किए हैं. जीविथकुमार (Jeevithkumar) के पिता एक चरवाहे और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (MGNREGA) के मजदूर हैं.
जीविथकुमार देश के सरकारी स्कूलों के उन छात्रों की सूची में शीर्ष पर हैं जिन्होंने स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रतिष्ठित परीक्षा दी थी. जीविथकुमार (Jeevithkumar) ने कहा कि वह इस कोर्स को आगे बढ़ाने में सक्षम नहीं हैं. पेरियाकुलम में सिलवारपट्टी के गवर्नमेंट मॉडल हायर सेकेंडरी से पढ़े जीविथकुमार का यह दूसरा प्रयास था.
जीविथकुमार ने कहा कि वह शायद मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर पाएंगे क्योंकि सरकारी कॉलेजों की फीस देना उनके परिवार की पहुंच से बाहर है.
जीविथकुमार कहते हैं, "डॉक्टर बनना मेरा उद्देश्य नहीं था, लेकिन मैंने इसकी कोशिश की क्योंकि परीक्षा क्रैक करना बहुत मु्श्किल था. अब मैं एमबीबीएस कोर्स करना चाहूंगा, लेकिन मेरा परिवार प्राइवेट कॉलेज तो छोड़ों सरकारी कॉलेज की फीस भी नहीं दे पाएगा. मैं लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे मेरी पढ़ाई में मदद करें."
उन्होंने अपने स्कूल में अपने शिक्षकों को उनके मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया जिन्होंने NEET की तैयारी के लिए एक कोचिंग संस्थान में एडमिशन लेने में मदद की.
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