बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव लगातार रोज़गार का मुद्दा उठा रहे हैं और खुद उन्होंने जनता से 10 लाख नौकरी देने का वादा किया है. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री ने तेजस्वी के इस वादे को केवल ज़ुबानी जमा खर्च और बकवास बताया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ये सिर्फ जनता को गुमराह करने की कोशिश है. सरकारी नौकरियों में इतनी पोस्ट ही नहीं हैं जितनी नौकरी देने का वादा आरजेडी नेता तेजस्वी ने जनता से किया है. जब पोस्ट ही नहीं हैं तो इतनी नौकरियां कहां से देंगे. सीएम नीतीश ने कहा कि जितनी पोस्ट पर नौकरियां देने की बात कही जा रही है उसके लिए 1 लाख 44 हजार करोड़ रुपये की जरुरत है. इतना पैसा आएगा कहां से.
तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें कुछ पता ही नहीं है. उन्हें तो क, ख, ग का ज्ञान तक नहीं है. नीतीश कुमार ने आरजेडी पर तंज़ करते हुए कहा कि लालू यादव के राज में कितनी नौकरियां दी गईं थी, ये बात जनता ख़ूब जानती है. नीतीश ने कहा कि लालू जी के राज में तो प्रदेश से डॉक्टर और व्यापारी तक चले गए थे.
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— Nitish Kumar (@NitishKumar) November 2, 2020
तेजस्वी के नौकरी वाले वादे पर नीतीश कुमार, सुशील मोदी, जीतन राम मांझी समेत एनडीए के कई नेता सवाल उठा चुके हैं. लेकिन तेजस्वी ने अपने तमाम विरोधियों को नौकरियां पैदा करने और पैसा जुटाने का फॉर्मूला भी बता दिया. सोमवार को तेजस्वी ने युवा नौकरी संवाद में इस सवाल का जवाब दिया और रोज़गार से जुड़े कई अन्य मुद्दों पर भी बात की.
तेजस्वी ने कहा कि सरकारी बजट का 80 हजार करोड़ रुपया ख़र्च नहीं होता. अगर इसके बाद भी 10 लाख युवाओं को नौकरी देने के लिए पैसे की कमी पड़ेगी तो मुख्यमंत्री, मंत्री समेत सभी विधायकों की सैलरी में कटौती करके भरपाई की जाएगी. लेकिन युवाओं को रोज़गार दिया जाएगा.
तेजस्वी ने बिहार में बेरोज़गारी का आंकड़ा बताते हुए कहा कि राज्य में बेरोज़गारी की दर 46.68 फीसदी है. बिहार पिछड़ा हुआ है ही इसलिए कि यहां बजट का पूरा पैसा ख़र्च ही नहीं किया जाता. तेजस्वी ने नीतीश की कमियां गिनाते हुए कहा कि नीतीश जी ने जितनी भी नौकरियां निकालीं वो संविदा पर निकाली. दरअसल सुशली मोदी और नीतीश कुमार के पास इच्छा शक्ति ही नहीं थी. तेजस्वी ने कहा कि अगर हमारी सरकार बनेगी तो सभी नियोजित शिक्षकों को समान काम के आधार पर समान वेतन दिया जाएगा.
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 2, 2020
बिहार में दूसरे चरण के लिए मंगलवार 3 नवंबर को वोटिंग होनी है. 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा और 41,362 बूथ से 1,463 प्रत्याशी की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी. पोलिंग पार्टियां सभी बूथों पर पहुंच चुकी हैं. बिहार में पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हुआ और 7 नवंबर को तीसरे चरण का मतदान होना है. 10 नवंबर को वोटो की गिनती होगी.
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