Bihar Assembly Elctions 2020: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बुधवार को सीएम नीतश कुमार पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी ने राज्य में बेरोजगारी को लेकर नीतीश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जेडीयू नेता "शरीर और दिमाग से थक गए हैं."
तेजस्वी के मुताबिक, "नीतीश कुमार जी मानसिक और शारीरिक रूप से थक गए हैं. 15 सालों तक शासन करने के बाद नीतीश कुमार पूछ रहे हैं कि नौकरी देने के लिए पैसा कहां से आएगा. उन्हें बताना चाहिए कि इन लोगों ने बिहार के बजट में से 30 हजार करोड़ रुपये के जो 60 घोटाले किए हैं उसका पैसा कहां गया."
इससे पहले भी मंगलवार को तेजस्वी और नीतीश के बीच जुबानी जंग देखी गई. नीतीश ने तेजस्वी के उस चनुावी वादे पर हमला बोला था जिसमें उन्होंने सत्ता में आने पर 10 लाख नौकरियों का वादा किया है. गया में एक चुनावी रैली के दौरान नीतीश ने कहा था, "जब आप इतना बड़ा दावा करते हैं तब आपको वित्तीय बोझ हटाने के लिए स्रोत के बारे में भी बताना चाहिए. क्या इसके लिए पैसा परिवार द्वारा की गई उन वित्तीय गड़बड़ियों से आएगा जिसके लिए वो जेल में सजा काट रहे हैं."
जेडीयू प्रमुख नीतीश के वार पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने पटना में हुई रैली में कहा कि मुख्यमंत्री "कंफ्यूज्ड आदमी" हैं. तेजस्वी के मुताबिक, "अब नीतीश कुमार पूरी तरह से कंफ्यूज्ड हो चुके हैं. एक तरफ तो वो हमसे पूछते हैं कि नौकरियां कैसे दी जाएंगी और पैसा कहां से आएगा. फिर दूसरी तरफ वो नौकरियां पैदा करने की बात करते हैं. मैं उनको बताना चाहता हूं कि हमारे पास बेरोजगारों को नौकरियां देने की इच्छा शक्ति है और हम यह करके दिखाएंगे."
वहीं, तेजस्वी मंगलवार को पालीगंज में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे. इस रैली में लोगों की जबरदस्त भीड़ थी. इससे उत्साहित तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर रैली का वीडियो शेयर करते हुए लोगों का आभार भी जताया था.
पिछले हफ्ते जारी हुए महागठबंधन के घोषणापत्र में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार में रोजगार का मुद्दा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. उनके मुताबिक, "मैं विशुद्ध रूप से बिहारी हूं. मेरा डीएनए विशुद्ध है. जैसा कि मैंने घोषणा की है कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो हम अपनी कैबिनेट की पहली बैठक में 10 लाख युवाओं को नौकरी देंगे."
इसी के साथ तेजस्वी ने यह भी कहा था कि सरकारी नौकरियों के आवेदन पत्रों के लिए कोई फीस नहीं ली जाएगी और ये पूरी तरह से मुफ्त होंगे. इसके साथ ही उम्मीदवारों के आने-जाने का किराया भी सरकार उठाएगी.
गौरतलब है कि 243 विधानसभा सीटों के लिए बिहार में तीन चरणों में वोट डाले जाएंगे. 28 अक्टूबर से पहला चरण शुरू होगा और अगले महीने 10 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित हो जाएंगे.
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