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Bihar Election 2020: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सबको सरकारी नौकरी दे पाना संभव नहीं है. इसी बयान के साथ नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरूआत की. उन्होंने अपनी सरकार के सात निश्चय पार्ट-2 कार्यक्रमों के बारे में जनता को विस्तार से जानकारी दी. साथ ही विपक्षी आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव के तमाम आरोपों के जवाब भी दिए.
माननीय नीतीश कुमार जी का "निश्चय संवाद" ।।देखें Live।। https://t.co/YYzOJ7wGpG
— Janata Dal (United) (@Jduonline) October 12, 2020
नीतीश कुमार ने पहली जनसभा वर्चुअल की थी. जिसमें उन्होंने अपनी सरकार द्वारा कराए गए विकास के कामों को गिनाया. हालांकि, उन्होंने ये भी माना कि उनकी सरकार, राज्य में उद्योग धंधे और निवेश लाने में असफल रही है.
लेकिन, नीतीश कुमार ने ये भी स्पष्ट किया कि किसी भी सरकार के लिए राज्य के सभी लोगों को सरकारी नौकरी दे पाना संभव नहीं है.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में उनके राज्य में पहली बार विकास की दर दस प्रतिशत से अधिक रही है. बिना उद्योगों के भी राज्य में काफ़ी तरक़्क़ी हो रही है.
बाढ़ पीड़ितों को राहत दे पाने में असफल रहने के तेजस्वी यादव के आरोप पर नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान तो बाढ़ पीड़ितों को तुरंत राहत दे दी गई. लेकिन, लालू-राबड़ी की हुकूमत को पति-पत्नी की सरकार कहते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि उनके राज में तो नवंबर तक बाढ़ पीड़ितों की लिस्ट ही तैयार होती रहती थी. और लोगों को बाढ़ राहत के नाम पर बमुश्किल 25 किलो अनाज मिल पाता था. जबकि, उनकी राहत ने बाड़ पीड़ितों को तुरंत राहत देकर एक नई मिसाल क़ायम की है.
नीतीश कुमार ने कहा कि वो अपने राज में न तो अपराध, न ही भ्रष्टाचार और न ही सांप्रदायिकता को बर्दाश्त करेंगे. उन्होंने दावा किया कि पिछले पंद्रह सालों में बिहार में अपराधों की संख्या में भारी कमी आई है और ये उनकी सरकार की ही कोशिशों का नतीजा है.
महिला वोटरों को लुभाने के लिए नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार ने नगर निगम और पंचायतों में आधी सीटें महिलाओं को दीं. उन्होंने मांग की कि लोकसभा में भी 35 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए रिज़र्व होनी चाहिए.
नीतीश ने ये भी दावा किया कि उन्होंने अपने शासन काल में महिलाओं को पुलिस में भी काफ़ी भर्ती किया है.
उन्होंने लड़कियों की भलाई के लिए शुरू की गई अपनी तमाम योजनाओं का भी ज़िक्र किया और बताया कि उनकी सरकार लड़कियों को ड्रेस और साइकिल ही नहीं, बारहवीं और ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी करने पर भी पैसे देती है.
तेजस्वी यादव के दस लाख नौकरियां देने के वादे पर नीतीश कुमार ने कहा कि ये किसी भी सरकार के लिए संभव ही नहीं. आरजेडी के परिवारवाद को टारगेट करते हुए, नीतीश ने कहा कि कुछ लोग पति-पत्नी, बेटा-बेटी और परिवार को ही सरकार बनाना चाहते हैं. जो उनके रहते संभव नहीं है.
अपनी सरकार में दलितों पर अत्याचार के चिराग पासवान के आरोपों का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार तो दलितों से होने वाले अपराध और अन्याय को देखते हुए ही ये योजना लेकर आई है कि अन्याय के शिकार दलित परिवार को नौकरी दी जाएगी.
नीतीश कुमार, वर्चुअल के अलावा वास्तविक चुनावी रैलियां भी करेंगे. उनकी पार्टी बिहार में बीजेपी और दो अन्य छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. एनडीए गठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, बिहार में बड़े भाई की भूमिका में है.
राज्य में विधानसभा चुनाव, अक्टूबर से नवंबर तक होंगे. मतदान के नतीजे दस नवंबर को आएंगे.
चुनाव आयोग ने मतदान के आख़िरी दिन तक किसी तरह का एग्ज़िट पोल करने पर रोक लगा दी है. यानी 28 अक्टूबर से लेकर 7 नवंबर तक कोई एग्ज़िट पोल नहीं दिखाया जा सकेगा.
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