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कंगना रनौत की जीत, बॉम्‍बे हाईकोर्ट ने कहा- BMC ने गलत इरादे से ढहाया दफ्तर

Babita Pant

नई द‍िल्‍ली 27 Nov, 2020 12:47 pm

एक्‍ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के लिए अच्‍छी खबर है क्‍योंकि अदालत में उनकी जीत हुई है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना रनौत के बंगले पर 7 सितंबर और 9 सितंबर को की गई बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की कार्रवाई को गलत ठहराया है. हाईकोर्ट ने शुक्रवार को अपने फैसले में कहा कि यह कार्रवाई याचिकाकर्ता को कानूनी मदद लेने से रोकने की कोशिश थी. इसी के साथ कोर्ट ने अवैध निर्माण के खिलाफ जारी किए गए BMC के नोटिस को भी खारिज कर दिया. वहीं, बॉम्‍बे हाईकोर्ट ने कंगना को हिदायत देते हुए कहा कि उन्‍हें सार्वजनिक बयान देते समय संयम बरतना चाहिए.

आपको बता दें कि बीएमसी ने 9 सितंबर को कंगना के पाली हिल स्थित बंगले में बने ऑफिस के कई हिस्सों को अवैध बताते हुए तोड़ दिया था. बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ कंगना ने बॉम्‍बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. इस याचिका पर फैसला देते हुए कोर्ट ने कहा कि नए और पुराने फोटोग्राफ्स की तुलना के आधार पर यह साफ होता है कि कंगना के ऑफिस में अवैध निर्माण नहीं हुआ था.

जस्टिस एसजे कैथावाला और आरआई छागला की बेंच ने फैसला सुनाते हुए कंगना के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्‍होंने कहा था कि सोशल मीडिया के जरिए व्‍यक्त किए गए उनके विचारों की वजह से बदले की कार्रवाई की गई. कोर्ट ने कहा, "बीएमसी ऑफिसर द्वारा जारी किया गया नोटिस, और फिर उसे उनके बंगले पर चिपकाना, नोटिस पर भेजा गया जवाब, प्रॉपर्टी को ढहाने का आदेश, ढहाने के लिए किए गए इंतजाम, प्रॉपर्टी को गिराए जाने की शुरुआत करना, सुनवाई में देरी की कोशिश करना, इमारत को 40 फीसदी तोड़ा जाए यह सुनिश्चित करना, फिर बंगले को गिराना. राउत का बयान कि "बंगला उखाड़ दिया", याचिकाकर्ता के केस का समर्थन करता है कि यह बदले की कार्रवाई है."

आपको बता दें कि कंगना की ओर से याचिका दायर किए जाने के बाद हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर तत्काल रोक लगा दी थी और यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था. कंगना के वकील का दावा था कि कोर्ट के स्टे लगाने तक ऑफिस का 40 फीसदी हिस्सा ध्वस्त कर दिया गया था. जिन चीजों को नुकसान पहुंचा उनमें झूमर, सोफा, दुर्लभ कलाकृतियां और कई कीमती सामान शामिल हैं.

उधर, हाईकोर्ट के फैसले के बाद कंगना रनौत ट्वीट करते हुए लिखा, "कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ खड़ा होता है और जीतता है तो यह जीत केवल उस व्यक्ति की नहीं होती, बल्कि पूरे लोकतंत्र की होती है. मेरा हौसला बढ़ाने के लिए हर व्यक्ति को धन्यवाद. हर उस व्यक्ति का भी शुक्रिया, जो मेरे सपनों के टूटने पर हंसे थे. यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि आप विलेन की तरह काम कर रहे थे और मैं हीरो बन गई."

गौरतलब है कि कंगना ने बीएमसी से दो करोड़ रुपये हर्जाना मांगा है. इस पर हाईकोर्ट ने नुकसान का पता लगाने के लिए सर्वेयर नियुक्त किया है. उन्हें मार्च 2021 तक रिपोर्ट सौंपनी है.

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