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ब्लॉग: NRA तो ले आई सरकार, लेकिन उन भर्तियों का क्या जो 4 साल से अटकी हैं?

Archit Gupta

04 Sep, 2020 02:05 pm

मोदी सरकार ने हाल ही में केंद्र सरकार की भर्तियों के लिए एक कॉमन रिक्रूटमेंट बॉडी की घोषणा की. नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी यानी NRA अब केंद्र सरकार की ग्रुप बी (नॉन गजटेड), ग्रुप सी (नॉन-टेक्नीकल), क्लर्कल और पब्लिक सेक्टर के विभिन्न बैंकों में भर्ती के लिए एक कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन करेगी. आसान भाषा में कहें तो रेलवे, SSC और IBPS की भर्तियों के लिए CET का आयोजन नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी द्वारा किया जाएगा. लेकिन ये एजेंसी सिर्फ टियर 1 का एग्जाम कराएगी यानी कि टियर 2 और 3 और बाकी की प्रक्रिया संबंधित भर्ती बोर्ड ही कराएंगे, जिनकी लचर प्रक्रिया के विरोध में इन दिनों एसएससी और रेलवे के उम्मीदवार ट्विटर पर आंदोलन कर रहे हैं. केंद्र सरकार NRA के लिए 1,517 करोड़ रुपये खर्च करेगी. लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार जहां रेलवे की NTPC और Group D परीक्षा के लिए 1 साल में एक एजेंसी की नियुक्ति नहीं कर पाई, उधर सरकार ने उतनी ही देर में एक नेशनल रिक्रूटमेंट बॉडी बना डाली.

नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी 2021 में पहले कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) का आयोजन करेगी, लेकिन उन भर्तियों का क्या जो पिछले 4 सालों से अटकी हुई हैं. स्टाफ सेलेक्शन कमीशन और रेलवे भर्ती बोर्ड देश की 2 सबसे बड़ी रिक्रूटमेंट बॉडी है. लेकिन अगर हम जमीनी अकीकत देखें तो इन दोनों ही बोर्ड की सबसे ज्यादा भर्तियां अटकी हुई हैं. 2017 से लेकर अब तक निकली एसएससी की हर भर्ती अटकी हुई है. SSC CGL 2017 स्कैम के बाद लाखों छात्र सड़कों पर आए थे. हालांकि तब देश कोरोना की मार नहीं झेल रहा था, हां मानते हैं कोरोना का संकट जरूर है लेकिन देश का बेरोजगार युवा चुप नहीं है, इन दिनों वह ट्विटर पर आंदोलन कर रहा है. SSC CHSL परीक्षा में मनमाने तरीके से यूएफएम दिया गया, जिसके बाद फरवरी से छात्रों ने ट्विटर पर आंदोलन की शुरुआत की. 

छात्रों का आंदोलन प्रभावी रहा और 4500 आयोग्य करार दिए गए उम्मीदवारों का रिजल्ट आया, लेकिन बाकी SSC CGL, SSC JE, SSC MTS के रिजल्ट की तारीख आगे बढ़ती रही. आयोग के पास बस एक ही जवाब था कि कोरोना है, इसीलिए रिजल्ट में देरी हो रही है. लेकिन हैरानी की बात है कि इसी कोरोना काल में बिहार बोर्ड, यूपी और सीबीएसई बोर्ड ने कुछ दिनों में करोड़ों कॉपियों का मूल्यांकन कर एक नया रिकॉर्ड बनाया. इसी तरह रेलवे ने कोरोना का एक्सक्यूज देकर ALP, टेक्नीशियन के हजारों उम्मीदवारों की नियुक्ति अटका दी. ALP, टेक्नीशियन के उम्मीदवार दिन रात अपना मुद्दा ट्विटर पर ट्रेंड कराने में लगे रहते हैं, मगर हमारे रेल मंत्री जी इन्हें आश्वासन तक नहीं देते. 

RRB NTPC और  Group D परीक्षा का कराने का तो सरकार नाम ही नहीं ले रही. डेढ़ साल से ज्यादा होने पर भी रेलवे भर्ती बोर्ड एक परीक्षा की तारीख तय नहीं कर सका. ऐसे में करोड़ों युवाओं के मन में यही सवाल है कि क्या NRA के आ जाने से भर्ती प्रक्रिया में तेजी आएगी, क्योंकि टियर 1 के बाद टियर 2, 3 और अन्य प्रक्रिया तो RRB, SSC और संबंधित आयोग ही कराएंगे. एसएससी और आरआरबी का तो हाल सभी को पता है, इन बोर्ड्स ने भर्तियों को पंचवर्षीय योजना बना डाला है. खैर CET 2021 में होगा, इसीलिए करोड़ों युवाओं के मन में आगे की चिंता से ज्यादा बस यही सवाल है कि जिन भर्तियों के लिए उन्होंने आवेदन किया था, जिनके लिए उन्होंने एग्जाम दिया और जिनके रिजल्ट का वे इंतजार कर रहे हैं, उन भर्तियों का क्या होगा? सरकार NRA तो ले आई लेकिन उन भर्तियों का क्या जो 4 साल से अटकी हैं?

VIDEO: SSC और रेलवे के इन छात्रों की बात एक बार जरूर सुने मोदी सरकार..

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