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बजट सत्र अभिभाषण: लाल किले में तिरंगे के अपमान को राष्‍ट्रपति ने बताया दुर्भाग्‍यपूर्ण

Babita Pant

नई द‍िल्‍ली 29 Jan, 2021 02:44 pm

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने 26 जनवरी (26 January) को गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर प्रदर्शनकारियों की ओर से लाल किले (Red fort) पर हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को संसद के बजट सत्र (Budget Session) के अभिभाषण के दौरान इस मुद्दे पर बोलते हुए लोगों से संविधान के नियम-कायदों का पालन करने की अपील की.

अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, "पिछले दिनों तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए."

कृषि कानूनों पर बोलते हुए राष्‍ट्रपति ने कहा, "मेरी सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले, पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे तथा जो सुविधाएं थीं, उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है. बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं."

उन्‍होंने कहा, "कृषि को और लाभकारी बनाने के लिए मेरी सरकार आधुनिक कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दे रही है. इसके लिए एक लाख करोड़ रुपए के एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की शुरुआत की गई है. देश भर में शुरू की गईं किसान रेल, भारत के किसानों को नया बाजार उपलब्ध कराने में नया अध्याय लिख रही हैं. अब तक 100 से ज्यादा किसान रेलें चलाई जा चुकी हैं जिनके माध्यम से 38 हजार टन से ज्यादा अनाज और फल-सब्जियां, एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र तक किसानों द्वारा भेजी गई हैं.''

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्र सरकार की कई योजनाओं के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश में 1.5 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिला है. इससे इन गरीबों के 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा, खर्च होने से बचे हैं. मेरी सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछले 6 वर्षों में जो कार्य किए गए हैं, उनका बहुत बड़ा लाभ हमने इस कोरोना संकट के दौरान देखा है."

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, "हमारे लिए गर्व की बात है कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है. इस प्रोग्राम की दोनों वैक्सीन भारत में ही निर्मित हैं. संकट के इस समय में भारत ने मानवता के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए अनेक देशों को कोरोना वैक्सीन की लाखों खुराक उपलब्ध कराई हैं."

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोरोना काल में बनी वैश्विक परिस्थितियों ने, जब हर देश की प्राथमिकता उसकी अपनी जरूरतें थीं, हमें ये याद दिलाया है कि आत्मनिर्भर भारत का निर्माण क्यों इतना महत्वपूर्ण है. यदि अपने महत्व को बढ़ाना है तो दूसरों पर निर्भरता को कम करते हुए आत्मनिर्भर बनना होगा.

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