प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार की सख़्त ज़रूरत है. संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह पर महासभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, अब दुनिया बहुत बदल चुकी है और संयुक्त राष्ट्र को भी इस बदलते वैश्विक परिदृश्य के हिसाब से ख़ुद को ढालने की ज़रूरत है.
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े अंग सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की मांग को पुरज़ोर तरीक़े से रखा. उन्होंने कहा कि पिछले 75 वर्षों में न सिर्फ़ दुनिया बदली है, बल्कि भारत भी बहुत बदल गया है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. यहां दुनिया की 18 प्रतिशत आबादी रहती है. भारत में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां हैं.
एक ऐसा देश, जो दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है,
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2020
एक ऐसा देश, जहां विश्व की 18 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या रहती है,
एक ऐसा देश, जहां सैकड़ों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अनेकों पंथ हैं, अनेकों विचारधाराएं हैं: PM#ModiAtUN
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने सैकड़ों वर्षों तक दुनिया का नेतृत्व किया. और इसके बाद वो कई सदियों तक गुलामी का दंश झेलता रहा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में होने वाले हर बदलाव का असल दुनिया के एक बड़े हिस्से पर पड़ता है. ऐसे में भारत को विश्व निर्णय क्षमता में भागीदार बनने के लिए आख़िर कब तक इंतज़ार करना पड़ेगा.
जिस देश ने वर्षों तक वैश्विक अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करने और वर्षों की गुलामी, दोनों को जिया है,
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2020
जिस देश में हो रहे परिवर्तनों का प्रभाव दुनिया के बहुत बड़े हिस्से पर पड़ता है,
उस देश को आखिर कब तक इंतजार करना पड़ेगा?: PM#ModiAtUN
प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के सामने भारत की उपलब्धियां रखीं और कहा कि भारत ने कभी भी किसी देश के ख़िलाफ़ कोई गठबंधन नहीं बनाया. किसी अन्य देश की मदद में भी भारत कभी पीछे नहीं रहा.
भारत जब किसी से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, तो वो किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं होती।
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2020
भारत जब विकास की साझेदारी मजबूत करता है, तो उसके पीछे किसी साथी देश को मजबूर करने की सोच नहीं होती।
हम अपनी विकास यात्रा से मिले अनुभव साझा करने में कभी पीछे नहीं रहते: PM
प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की बात लंबे समय से हो रही है. भारत की जनता लंबे समय से इसका इंतज़ार कर रही है. अब भारत के लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या संयुक्त राष्ट्र में सुधार की प्रक्रिया कभी किसी नतीजे पर पहुंचेगी, या नहीं?
भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र के reforms को लेकर जो Process चल रहा है, उसके पूरा होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।
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भारत के लोग चिंतित हैं कि क्या ये Process कभी logical end तक पहुंच पाएगा।
आखिर कब तक भारत को संयुक्त राष्ट्र के decision making structures से अलग रखा जाएगा: PM
पीएम मोदी ने कहा कि जब दुनिया बदल चुकी है, तो संयुक्त राष्ट्र को भी अपनी प्रक्रियाओं और प्रतिक्रियाओं, स्वरूप और व्यवस्था में बदलाव करना होगा. क्योंकि यही समय की मांग है.
संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं में बदलाव,
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2020
व्यवस्थाओं में बदलाव,
स्वरूप में बदलाव,
आज समय की मांग है: PM#ModiAtUN
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में बताया कि पिछले छह वर्षों में भारत ने चालीस करोड़ लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा. भारत की सरकार जनता को डिजिटल ट्रांजैक्शन से जोड़कर उनका सशक्तिकरण कर रही है. इससे प्रक्रिया में भी पारदर्शिता आ रही है.
आज भारत Digital Transactions के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में है।
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आज भारत अपने करोड़ों नागरिकों को Digital Access देकर Empowerment और Transparency सुनिश्चित कर रहा है: PM#ModiAtUN
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के सामने जब कोरोना वायरस जैसी भयानक चुनौती का सामना करते हुए भी पूरी दुनिया की मदद करने से पीछे नहीं हटा. और महामारी के बाद देश की अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए भारत ने आत्मनिर्भर अभियान शुरू किया है, जिससे विश्व अर्थव्यवस्था को भी फ़ायदा होगा.
Pandemic के बाद बनी परिस्थितियों के बाद हम “आत्मनिर्भर भारत” के विजन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2020
आत्मनिर्भर भारत अभियान, Global Economy के लिए भी एक Force Multiplier होगा।
भारत में ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी योजनाओं का लाभ, बिना किसी भेदभाव, प्रत्येक नागरिक तक पहुंचे: PM
पीएम मोदी ने बताया कि भारत ने अब 15 करोड़ घरों तक पीने का पानी पाइप से पहुंचाने का अभियान शुरू किया है. इसके अलावा जनता के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए देश के छह लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना की भी शुरुआत की है.
आज भारत अपने गांवों के 150 मिलियन घरों में पाइप से पीने का पानी पहुंचाने का अभियान चला रहा है।
— PMO India (@PMOIndia) September 26, 2020
कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने 6 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट करने की बहुत बड़ी योजना की शुरुआत की है: PM
पीएम मोदी ने बताया कि किस तरह से उनकी सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बड़े क़दम उठा रही है. उन्होंने बताया कि देश की माइक्रो फाइनेंस की योजनाओं का सबसे ज़्यादा लाभ महिलाएं ही ले रही हैं. भारत ही दुनिया का इकलौता देश है जहां कामकाजी महिलाओं को 26 हफ़्तों की पेड मैटरनिटी लीव का हक़ क़ानूनी तौर पर प्राप्त है.
Women Entrepreneurship को Promote करने के लिए भारत में बड़े स्तर पर प्रयास चल रहे हैं।
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आज दुनिया की सबसे बड़ी Micro Financing Schemes का सबसे ज्यादा लाभ भारत की महिलाएं ही उठा रही हैं।
भारत उन देशों में से एक है जहां महिलाओं को 26 Weeks की Paid Maternity Leave दी जा रही है: PM
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में पूरी दुनिया को एक परिवार मानने की परंपरा रही है. ये हमारी संस्कृति और सोच का अटूट अंग है. भारत हमेशा विश्व कल्याण को तरज़ीह देता आया है. ऐसे में अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र में भारत को और प्रभावी भूमिका मिले.
Addressing the @UN General Assembly. https://t.co/dvWANn20Mg
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2020
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