बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले सभी रुकी हुई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन हो जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी ने आज बिहार में कोसी नदी पर बने रेल महासेतु को राष्ट्र को समर्पित किया. दोपहर में वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए पीएम मोदी ने इस रेलवे पुल का उद्घाटन किया. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में बारह अन्य रेलवे प्रोजेक्ट की भी शुरुआत की. इससे बिहार के मुसाफिरों को काफ़ी लाभ होगा.
कोसी रेलमहासेतु का शिलान्यास श्रद्धेय अटल जी ने 2003 में किया था, तब @NitishKumar जी रेलमंत्री थे।
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) September 18, 2020
पिछले 6 वर्षों में PM @NarendraModi जी इस प्रोजेक्ट पर हमें मार्गदर्शन देते रहे। पिछले 6 वर्षों में इस कार्य को तेज गति से बढाया गया: @PiyushGoyal #BiharKaPragatiPath
आज प्रधानमंत्री ने जिन प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की उनमें किउल नदी पर रेलवे पुल, दो नई रेलवे लाइन, पांच रेल लाइन इलेक्ट्रिफिकेशन प्रोजेक्ट, एक इलेक्ट्रिल रेल इंजन शेड और बाढ़-बख़्तियारपुर के बीच तीसरी लाइन का प्रोजेक्ट शामिल है.
कोसी नदी पर बने रेलवे पुल का उद्घाटन बिहार के इतिहास का महत्वपूर्ण अवसर है. इससे बिहार को ही नहीं, पूरे पूर्वोत्तर भारत को लाभ होगा.
असल में ब्रिटिश राज में सन् 1887 में निर्मली और भपतिहाई (सरायगढ़) के बीच मीटरगेज की एक रेलवे लाइन बिछाई गई थी. लेकिन, 1934 में नेपाल और बिहार में आए भयंकर भूकंप और बाढ़ के चलते ये रेलवे लाइन भी बह गई थी. इसके बाद कोसी नदी के बार बार प्रवाह बदलने के कारण इस रेलवे लाइन को दोबारा नहीं बनाया जा सका.
Hon'ble PM Shri Narendra Modi inaugurates Electrification of Muzaffarpur-Sitamarhi, Katihar-New Jalpaiguri, Samastipur-Jaynagar, Samastipur-Khagria & Shivnarayanpur-Bhagalpur sections today.
— Western Railway (@WesternRly) September 18, 2020
It will provide faster transportation & also helps in reduce Carbon Footprints. pic.twitter.com/0WV2cOeaBn
2003-04 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में इस कोसी मेगा रेलवे ब्रिज की योजना को मंज़ूरी दी गई. और 17 वर्षों बाद ये प्रोजेक्ट पूरा हुआ. क़रीब 1.9 किलोमीटर लंबा ये रेलवे पुल 516 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. भारत और नेपाल की सीमा के पास होने के कारण इस पुल का सामरिक महत्व भी है.
इस पुल का निर्माण कार्य कोविड-19 की महामारी के दौरान भी जारी रहा था और इस दौरान अप्रवासी मज़दूरों ने भी निर्माण कार्य में बहुमूल्य योगदान दिया था.
प्रधानमंत्री द्वारा इस रेलवे महासेतु को राष्ट्र को समर्पित करने के साथ ही 86 साल पुराना एक सपना साकार हुआ है.
Development projects being inaugurated that will benefit the people of Bihar. #BiharKaPragatiPath https://t.co/EASdYznLKK
— Narendra Modi (@narendramodi) September 18, 2020
आज प्रधानमंत्री मोदी ने सहरसा-आसनपुर कुपहा डेमो ट्रेन को भी सुपौल स्टेशन से रवाना किया. जब इस लाइन पर नियमित रूप से ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी. तो, इससे सुपौल, अररिया और सहरसा ज़िले के लोगों को बहुत फ़ायदा होगा. इससे वो कोलकाता, दिल्ली और मुंबई के लंबे सफर वाले स्टेशनों तक आसानी से पहुंच सकेंगे.
प्रधानमंत्री ने आज ही हाजीपुर-घोसवार-वैशाली और इस्लामपुर-नतेशर के बीच दो नई रेलवे लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट की भी शुरुआत की. उन्होंने करनौती-बख़्तियारपुर लिंक बाइपास और बाढ़-बख़्तियारपुर के बीच तीसरी लाइन की भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से शुरुआत की.
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज नई रेल लाइनों का उद्घाटन किया।
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 18, 2020
➡️हाजीपुर-घोसवार-वैशाली लाईन से पर्यटकों के लिए वैशाली जाना आसान हुआ
➡️इस्लामपुर-नटेसर लाईन से पटना - गया के लिए मिलेगा वैकल्पिक मार्ग #BiharKaPragatiPath pic.twitter.com/TVCWD1VkqG
इसके अलावा पीएम मोदी ने मुज़फ़्फ़रपुर-सीतामढ़ी, कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी, समस्तीपुर-दरभंगा-जयनगर, समस्तीपुर-खगड़िया, भागलपुर-शिवनारायणपुर सेक्शन की रेलवे लाइन के विद्युतीकरण के प्रोजेक्ट्स का भी आरंभ किया.
पिछले छह दिनों में प्रधानमंत्री तीसरी बार बिहार की जनता से रूबरू थे. इससे पहले पीएम मोदी ने 13 सितबंर को तीन एलपीजी प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया था. तो 15 अक्टूबर को शहरी विकास की कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था.
आज के कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए.
Leave Your Comment