Hathras Gangrape Case: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा. आपको बता दें कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) हाथरस में गैंगरेप की शिकार मृतक दलित लड़की के परिवार वालों से मिलने के लिए आज दूसरी बार हाथरस जा रहे हैं. इससे पहले उन्हें गुरुवार को हाथरस जाते वक्त हिरासत में ले लिया गया था.
दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2020
वाराणसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा, "हाथरस की ओर राहुल गांधी का मार्च राजनीति के लिए है न कि न्याय की खातिर."
इससे पहले गुरुवार को राहुल और प्रियंका को यूपी के ग्रेटर नोएडा में रोककर थोड़ी देर के लिए हिरासत में ले लिया गया था. यही नहीं वहां मौजूद पुलिसवालों ने राहुल के साथ धक्का-मुक्की भी की और उन्हें जमीन< पर गिरा दिया.
वहीं, स्मृति ईरानी का कहना है कि उन्हें महिला आयोग ने बताया है कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए वह हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हाथरस के मुद्दे पर बात की है. उन्होंने बताया कि सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पीड़िता को न्याय दिलाने में जो भी अड़ंगा लगाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब स्मृति ईरानी से पूछा गया कि जिस डीएम ने तथाकथित रूप से पीड़िता के परिवार को धमकाया क्या उसे सस्पेंड किया जाएगा, इस पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार पर पीड़िता के परिवार को धमकाने व उनके साथ बदसलूकी करने का आरोप है. पीड़िता की भाभी ने आरोप लगाया था कि डीएम ने उनके ससुर (पीड़िता के पिता) से कहा है कि अगर तुम्हारी बेटी अभी कोरोना से मर जाती तो क्या तुमको मुआवजा मिल पाता? यही नहीं डीएम और पीड़िता के पिता के बीच हुई बातचीत की एक फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस फुटेज के सामने आने के बाद प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में डीएम पीड़िता के पिता से कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो. ये मीडिया वाले मैं आपको बता दूं, आधे आज चले गए और आधे कल चले जाएंगे. हम आपके साथ खड़े हैं, आपकी इच्छा है कि आपको बार-बार बयान बदलना है कि नहीं बदलना है. अभी हम भी बदल जाएं तो?
गौरतलब है कि 14 सितंबर को यूपी के हाथरस में अगढ़ी जाति के कुछ लोगों ने 20 साल की दलित लड़की के साथ तथाकथित रूप से गैंगरेप किया. शुरुआत में लड़की का इलाज अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में किया गया. इसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. आरोप है कि हाथरस पुलिस ने आनन-फानन में परिवार की मंजूरी लिए बिना ढाई बजे रात को ही पीड़ित लड़की का पोस्टमॉर्टम कर दिया.
भारत की एक बेटी का रेप-क़त्ल किया जाता है, तथ्य दबाए जाते हैं और अन्त में उसके परिवार से अंतिम संस्कार का हक़ भी छीन लिया जाता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 30, 2020
ये अपमानजनक और अन्यायपूर्ण है।#HathrasHorrorShocksIndia pic.twitter.com/SusyKV6CfE
रात के समय जल्दबाजी में अंतिम संस्कार करने पर यूपी सरकार और प्रशासन की खूब आलोचना भी हुई है.
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