राम की नगरी अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर (Ram Mandir) के निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि संग्रह की शुरुआत हो गई है. श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने पहला दान दिया है. उन्होंने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल को 5,00,100 रुपये का दान दिया.
विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने राष्ट्रपति से दान मिलने के बाद कहा, "श्रीराममंदिर निधि समर्पण अभियान के शुभारंभ के लिए हम लोग राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास गए. उन्होंने 5,00,100 रुपये का दान दिया. संपूर्ण देश में शुक्रवार से श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान प्रारंभ हो गया. महामहिम रामनाथ कोविंद ने परिवार के साथ अपना व्यक्तिगत समर्पण देकर अभियान के लिए शुभकामनाएं दीं."
संपूर्ण देश में आज प्रारम्भ हुआ श्रीराममंदिर निधि समर्पण अभियान। महामहिम @rashtrapatibhvn श्री रामनाथ कोविंद जी ने भी अपना व्यक्तिगत समर्पण अपने परिवार के साथ देकर अभियान हेतु शुभकामनाएं दीं। pic.twitter.com/ZpEDXRVDzj
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) January 15, 2021
खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार ने राम मंदिर के लिए 1 रुपये, जबकि शिव सेना ने 1 करोड़ रुपये दान में दिए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख रुपये तो मध्य प्रदेश के सीएम ने 1 लाख रुपये का चंदा दिया. सबसे ज्यादा 11 करोड़ रुपये का दान मोरारी बापू ने दिया है.
शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रुपये की सहयोग राशि का चेक देते हुए कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बल्कि राष्ट्र मंदिर बन रहा है. इसमें उनका सहयोग गिलहरी जैसा है. राम मंदिर निधि संग्रह अभियान में जिम्मेदारी का निर्वाहन करने वाले पदाधिकारियों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री चौहान से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान सीएम चौहान ने कहा, "अयोध्या में राम मंदिर नहीं बल्कि राष्ट्र मंदिर बन रहा है. इस मंदिर निर्माण में हमारे परिवार की भी एक ईंट लगे. यह गिलहरी जैसा सहयोग है."
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के इस दान के साथ देश भर में राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान शुरू हो गया. यह अभियान 27 फरवरी तक चलेगा.
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