कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के अवसर पर इलाहाबाद के संगम तट पर पहुंचकर नाव से उस पार गईं और संगम में डुबकी लगाई और पूजन किया. प्रियंका गांधी वाड्रा खुद ही नाव चलाते हुए घाट पर पहुंचीं. उन्होंने प्रयागराज के अपने दौरे पर आनंद भवन में बैठक करने के बाद संगम पर बेटी के साथ पूजा-अर्चना की.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूती देने में लगी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को प्रयागराज पहुंची. संगम स्नान के बाद वह मनकामेश्वर मंदिर में मनौती भी मांगने पहुंची. वह अपने दोनों बच्चों मिराया और रेहान के अलावा उनके दोस्तों संग शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मिलीं और उनसे आशीर्वाद लिया. इस दौरान शंकराचार्य ने उन्हें प्रसाद, शॉल और ज्योर्तिमठ की एक पुस्तक भेंट की.
इससे पहले प्रियंका गांधी आनंद भवन पहुंचीं. वहां कांग्रेस के नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने पैतृक आवास आनंद भवन में पुरखों को याद किया. उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की स्मृतिका पर पुष्पांजलि के साथ ही पंडित मोती लाल नेहरू व इंदिरा गांधी को भी नमन किया. इसके बाद वो अनाथ बच्चियों से मिलीं और काफी देर तक उनसे बात की.
अरेल घाट से नाव से प्रियंका संगम पहुंचीं और आस्था की डुबकी लगाई. वापसी में प्रियंका ने नाव पर भी हाथ आजमाया. उन्होंने नाविक के साथ मिलकर कुछ दूर तक खुद नाव भी चलाई.
अपने संगम दौरे के बारे में प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट भी किया और कहा, "आज मौनी अमावस्या के दिन देश भर के बहनों भाइयों संग पवित्र संगम पर स्नान का सौभाग्य प्राप्त हुआ. बहुत दिनों से गंगा जी में नाव चलाने की साध भी पूरी हुई. जय मां गंगे."
आज मौनी अमावस्या के दिन देश भर के बहनों भाइयों संग पवित्र संगम पर स्नान का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बहुत दिनों से गंगा जी में नाव चलाने की साध भी पूरी हुई।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 11, 2021
जय माँ गंगे pic.twitter.com/NGXITCDuVT
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में प्रदेश में राजनीतिक गहमागहमी है. यूपी में फिर से अपनी जमीन ढूंढ रही कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को इसकी जिम्मेदारी दी है. आपको बता दें कि प्रियंका पिछले कुछ समय से यूपी में काफी सक्रिय हैं. अब मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान कांग्रेस को कितना सियासी फायदा पहुंचाएगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा.
Leave Your Comment