पंजाब से लेकर हरियाणा तक किसानों के विरोध प्रदर्शन का व्यापक असर दिख रहा है. केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ये लोग 'दिल्ली चलो' के तहत राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहे थे जिन्हें हरियाणा पुलिस ने सीमा पर रोक लिया है. अंबाला बॉर्डर पर किसान और पुलिस आमने-सामने आए. जहां लाठीचार्ज, पानी की बौछार, आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया तो वहीं किसानों ने भी पथराव किया. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों पर हुए एक्शन की निंदा की.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ''नहीं हुआ है अभी सवेरा, पूरब की लाली पहचान चिड़ियों के जगने से पहले, खाट छोड़ उठ गया किसान काले क़ानूनों के बादल गरज रहे गड़-गड़, अन्याय की बिजली चमकती चम-चम मूसलाधार बरसता पानी, ज़रा ना रुकता लेता दम! मोदी सरकार की क्रूरता के ख़िलाफ़ देश का किसान डटकर खड़ा है.''
नहीं हुआ है अभी सवेरा,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 26, 2020
पूरब की लाली पहचान
चिड़ियों के जगने से पहले,
खाट छोड़ उठ गया किसान
काले क़ानूनों के बादल गरज रहे गड़-गड़,
अन्याय की बिजली चमकती चम-चम
मूसलाधार बरसता पानी,
ज़रा ना रुकता लेता दम!
मोदी सरकार की क्रूरता के ख़िलाफ़ देश का किसान डटकर खड़ा है। pic.twitter.com/UMtYbKqSkM
वहीं, पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Haryana CM Manohar Lal Khattar) से सवाल किया.
कैप्टन ने ट्वीट किया, "लगभग 2 महीने से किसान बिना किसी समस्या के पंजाब में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हरियाणा सरकार बल का सहारा लेकर उन्हें क्यों उकसा रही है? क्या किसानों को सार्वजनिक राजमार्ग से शांतिपूर्वक गुजरने का अधिकार नहीं है?"
For nearly 2 months farmers have been protesting peacefully in Punjab without any problem. Why is Haryana govt provoking them by resorting to force? Don't the farmers have the right to pass peacefully through a public highway? @mlkhattar pic.twitter.com/NWyFwqOXEu
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 26, 2020
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उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा है, "यह एक दुखद विडंबना है कि # ConstitutionDay2020 पर किसानों के संवैधानिक अधिकार को इस तरह से कुचला जा रहा है. उन्हें पास करने दीजिए @mlkhattar जी, उन्हें हाशिए पर मत धकेलिए. उन्हें उनकी आवाज बुलंद करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाने दीजिए."
It’s a sad irony that on #ConstitutionDay2020 the constitutional right of farmers is being oppressed in this manner. Let them pass @mlkhattar ji, don't push them to the brink. Let them take their voice to Delhi peacefully. pic.twitter.com/48P0rvILVU
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 26, 2020
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