राजस्थान में स्कूलों (Rajasthan Schools) और कोचिंग संस्थानों को करीब 10 महीने के अंतराल के बाद आज फिर से खोल दिया गया है. सरकार ने कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जिसके तहत प्रत्येक कक्षा में 50 प्रतिशत छात्रों के बैठने की क्षमता होगी. छात्र अपने अभिभावकों की सहमति से ही कक्षाओं में भाग ले सकते हैं. स्कूलों के साथ, राजस्थान ने अंतिम वर्ष और अंतिम सेमेस्टर के छात्रों के लिए कॉलेजों (Rajasthan Colleges) और विश्वविद्यालयों को फिर से खोलने का फैसला किया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा करते हुए कहा था, "स्कूलों में 9 से 12 तक की कक्षाएं, विश्वविद्यालय और कॉलेज के अंतिम वर्ष की कक्षाएं, कोचिंग सेंटर और सरकारी प्रशिक्षण संस्थान 18 जनवरी से खोले जाने का निर्देश दिया गया है."
कोचिंग संस्थानों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार, कक्षाओं में छात्रों द्वारा छह फीट की दूरी बनाए रखने की आवश्यकता होगी. कोचिंग संस्थानों में दो बैचों के बीच 30 मिनट का अंतर होगा और इस अवधि के दौरान कक्षाओं को साफ किया जाएगा. 'नो मास्क नो एंट्री' के मानदंड का सख्ती से पालन किया जाएगा, जबकि सभी स्थिर वस्तुओं और अन्य उपकरणों को रोजाना साफ किया जाएगा.
सोशल डिस्टेंसिंग और COVID-19 से संबंधित अन्य दिशानिर्देशों की निगरानी के लिए कैमरे लगाए जाएंगे. कक्षा में प्रवेश करते समय और बाहर निकलते समय छात्रों को हाथ धोने या उन्हें साफ करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
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दिल्ली में भी खुल गए स्कूल
दिल्ली के स्कूल भी करीब 10 महीने के अंतराल के बाद आज खोल दिए गए. कक्षा 10 और 12 के लिए स्कूलों को फिर से खोला गया है. दिल्ली सरकार ने CBSE बोर्ड परीक्षा के छात्रों को आगामी प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तैयारी करने और आंतरिक असाइनमेंट को पूरा करने के लिए स्कूलों को फिर से खोला है. स्कूलों को COVID-19 प्रोटोकॉल के साथ फिर से खोलने की अनुमति दी गई है. स्कूलों में उपस्थित होने के लिए छात्रों को माता-पिता से लिखित अनुमति लेनी होगी.
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