चुनाव के समय राजनीतिक दल बड़े बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद युवाओं की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देता. राजस्थान में चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि यदि हम सत्ता में आएंगे तो REET परीक्षा की सभी विसंगतियों को प्राथमिकता से दूर करेंगे. मगर कांग्रेस पार्टी के सत्ता में आने के बाद रीट के उम्मीदवार अपनी समस्याएं लेकर भटकते रहे लेकिन नेताओं ने इनकी एक न सुनी. पिछली बीजेपी सरकार ने REET भर्ती में एक नया नियम जोड़ा था. इस नियम के तहत रीट परीक्षा की मेरिट प्रतियोगी परीक्षा के 70 फीसदी और ग्रेजुएशन के 30 फीसदी अंक के आधार पर बनती है. उस दौरान इस नियम का काफी विरोध हुआ था और विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने सभी विसंगतियों को दूर करने का वादा किया था.
REET परीक्षा के अधिकतर उम्मीदवार इस नियम के खिलाफ हैं क्योंकि राजस्थान में फर्जी डिग्री, मार्कशीट की दम पर रीट परीक्षा पास करने जैसे मामले सामने आ चुके हैं.
एक उम्मीदवार उग्रसेन कहते हैं, ''मैं एक गरीब परिवार से हूं, परिवार की जिम्मेदारियों की वजह से स्नातक मे कम प्रतिशत बने लेकिन प्रतियोगी परीक्षा में दोगुनी मेहनत कर 83 फीसदी अंक प्राप्त किए और सोचा कि अब अध्यापक बन जाऊंगा मगर स्नातक के अंकों की वजह से सपना अधूरा रह गया.''
एक उम्मीदवार रहीश खान कहते हैं, ''परिवार में इकलौता पुत्र हूं बूढ़े माता पिता व उनकी देखभाल के कारण स्नातक में कम अंक प्राप्त हुए. बूढ़े माता पिता का सपना था कि बेटा अध्यापक बन जाएगा लेकिन मां बाप की उम्मीदों को वैटेज ने तोड़ दिया. अब मैं सरकार से यही मांग करता हूं कि वैटेज को खत्म करें.''
अंगद नाम के एक उम्मीदवार ट्वीट कर लिखते हैं, ''मैं एक ऐसे क्षेत्र से हूं जहां सुविधाओं का बहुत अभाव है, परिवार की जिम्मेदारियों की वजह से नॉन कॉलेज स्नातक किया जिसमें अंक बहुत कम प्राप्त हुए. सोचा REET में अच्छी महनत कर सफलता प्राप्त कर लूंगा. मगर वैटेज ने अरमानो को कुचल दिया.
वे छात्र जिनके REET मे अच्छे प्रतिशत थे और स्नातक में कम अंकों की वजह से सेलेक्शन से बाहर हो गए..
1. उग्रसेन रीट=83.33%, बीए=55%
2. रहीश खान रीट=81.33%, बीए= 49%
3. नानकराम रीट=80.67%, बीए=43%
4. महेश रीट=80%, बीए=54%
5. संजय रीट=79%, बीए=55%
6. भारत रीट=78.67%, बीए=50%
वे उम्मीदवार जिनके रीट में कम अंक व स्नातक में अधिक अंक और उनका सलेक्शन हो गया...
1. यासमीन रीट=74%, बीए=89%
2. कविता मीणा रीट = 60%, बीए= 70%
3. पूजा रीट=77%, बीए=89%
4. कविता रीट=78%, बीए=87%
5. शिल्पा रीट=78%, बीए=88%
6. सोनू रीट=78% बीए=85℅
7. नन्दनी रीट 78%, बीए 85%
(डिस्क्लेमर- The Last Breaking किसी भी उम्मीदवार की मेहनत पर सवाल नहीं कर रहा है, ये आंकड़े बस वैटेज के चलते हो रहे विवाद को समझने के लिए है)
Leave Your Comment