अलीबाग पुलिस ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के संपादक अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) को मुंबई में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया. अर्नब को साल 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अनवय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की मौत के मामले में हिरासत में लिया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अर्नब को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है. आपको बता दें कि अर्नब को ऐसे समय में गिरफ्तार में किया गया है जब टीआरपी के साथ छेड़छाड़ को लेकर उनके खिलाफ जांच चल रही है.
उधर, रिपब्लिक टीवी ने अर्नब की गिरफ्तारी के विरोध में ट्वीट किया है. ट्वीट के मुताबिक, "अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी स्वतंत्र पत्रकार और न्यूज नेटवर्क के खिलाफ बदले की कार्रवाई है. यह इस केस से जुड़े वास्तविक तथ्य हैं जिसमें कोई आरोप नहीं मिले और जो बंद हो चुका है. इसी के आधार पर अर्नब को शोषित और गिरफ्तार किया गया है."
#IndiaWithArnab | Arnab Goswami’s arrest has been made part of a larger vindictive exercise against an independent journalist & news network. This is to bring to light real facts on unfounded allegations in a closed case based on which #ArnabGoswami was assaulted & arrested pic.twitter.com/Artf59dBhO
— Republic (@republic) November 4, 2020
बहरहाल, अगर इस हत्याकांड की बात करें तो साल 2018 में 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अनवय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने अलीबाग में आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें लिखा था कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य लोगों फिरोज शेख व नितेश सारदा ने उनके 5 करोड़ 40 लाख रुपये वापस नहीं किए. सुसाइड नोट के मुताबिक इस वजह से उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती चली गई.
साल 2018 में अलीबाग पुलिस ने सुसाइड के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था, लेकिन 2019 में रायगढ़ पुलिस ने केस बंद कर दिया.
मई 2020 में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अनवय नाइक केस में ताजा सीआईडी जांच का ऐलान किया. जांच तब बैठाई गई जब अनवय नाइक की बेटी आद्न्या नाइक ने अनिल देशमुख से संपर्क कर बताया कि अलीबाग पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी से पैसों की देनदारी को लेकर कोई जांच नहीं की है.
Adnya Naik had complained to me that #AlibaugPolice had not investigated non-payment of dues from #ArnabGoswami's @republic which drove her entrepreneur father & grandmom to suicide in May 2018. I've ordered a CID re-investigation of the case.#MaharashtraGovernmentCares
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) May 26, 2020
आपको बता दें कि अनवय कॉनकोर्ड डिजाइंस प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर डायरेक्टर थे और उनकी कंपनी रिपब्लिक टीवी को कुछ सेवाएं देती थी. नाइक की मां भी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल थीं. अनवय की पत्नी अक्षता ने अर्नब के खिलाफ मामला दर्ज कराया था क्योंकि सुसाइड नोट में उनका नाम था.
रिपब्लिक टीवी ने उस समय भी देनदारी के सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए इसे अपने खिलाफ "दुर्भावनापूर्ण कैंपेन" बताया थ. दावा किया गया था कि रिपब्लिक टीवी ने कॉनकोर्ड डिजाइन को पैसों का पूर्ण भुगतान कर दिया था.
अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में नेताओं, पत्रकारों और फिल्म जगत के लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्विटर पर लिखा, "भारत ने इमरजेंसी के लिए इंदिरा गांधी को माफ नहीं किया. "प्रेस की आजादी छीनने के लिए भारत ने राजीव गांधी को माफ नहीं किया. और अब पत्रकारों से बदला लेने के लिए राज्य की शक्तियों का दुपर्योग करने पर भारत फिर से सोनिया-राहुल को सजा देगा."
India didn’t forgive Indira Gandhi for the Emergency. India never forgave Rajiv Gandhi for his assault on press freedom. And now, India will again punish Sonia-Rahul Gandhi for their brazen and intimidating use of state power to get equal with journalists.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) November 4, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा, "कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मिंदा किया है. रिपब्लिक टीवी के खिलाफ राज्य की शक्ति का खुल्लम-खुल्ला दुर्पोयोग किया गया है. अर्नब गोस्वामी पर हमला एक व्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. यह हमें इमरजेंसी की याद दिलाता है. स्वतंत्र प्रेस पर किए गए इस हमले का विरोध होना ही चाहिए."
Congress and its allies have shamed democracy once again.
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
Blatant misuse of state power against Republic TV & Arnab Goswami is an attack on individual freedom and the 4th pillar of democracy.
It reminds us of the Emergency. This attack on free press must be and WILL BE OPPOSED.
अर्नब के समर्थन में ट्वीट करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लिखा, "जो आज अर्नब के समर्थन में खड़ें नहीं होंगे वे एक तरह से फांसीवाद के समर्थन में हैं. हो सकता है कि आप उन्हें पसंद न करते हों, आप उनको स्वीकार न करें, आपको उनके अस्तित्व से ही घिन आती हो लेकिन आप चुप रहे और इस दमन के समर्थन में चुप्पी साधे रहे तो अगर अगला नंबर आपका होगा तो कौन बोलेगा?"
Those in the free press who don’t stand up today in support of Arnab, you are now tactically in support of fascism. You may not like him, you may not approve of him,you may despise his very existence but if you stay silent you support suppression. Who speaks if you are next ?
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 4, 2020
अर्नब की गिरफ्तारी पर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछना चाहती हूं कि कितनी आवाज बंद करेगी. ये मुंह बढ़ते जाएंगे. आज से पहले कई शहीदों ने अपनी शहादत दी है. आखिर इतना गुस्सा क्यों आता है."
Message for Maharashtra government @republic #Arnab #ArnabWeAreWithYou #ArnabGoswami pic.twitter.com/AJizRCitS7
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 4, 2020
Leave Your Comment