बिहार के नए शिक्षामंत्री मेवालाल चौधरी (Mewalal Choudhary) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बुधवार को एक पुराना वीडियो पोस्ट किया है जिसमें चौधरी स्कूल के समारोह में जन गण मन गा रहे हैं, लेकिन वह बीच में ही शब्द भूल जाते हैं. आरजेडी ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "भ्रष्टाचार के अनेक मामलों के आरोपी बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को राष्ट्रगान भी नहीं आता. नीतीश कुमार जी शर्म बची है क्या? अंतरात्मा कहां डुबा दी?"
भ्रष्टाचार के अनेक मामलों के आरोपी बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को राष्ट्रगान भी नहीं आता।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 18, 2020
नीतीश कुमार जी शर्म बची है क्या? अंतरात्मा कहाँ डुबा दी? pic.twitter.com/vHYZ8oRUVZ
आपको बता दें कि मेवालाल चौधरी विधायक बनने से पहले शिक्षण क्षेत्र से जुड़े थे और बिहार के कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे. उनके कार्यकाल के दौरान साल 2012 में सहायक प्राध्यापक और जूनियर वैज्ञानिकों की बहाली हुई थी. उस नियुक्ति में तथाकथित रूप से धांधली की गई थी. थाने में भ्रष्टाचार का मामला भी दर्ज किया गया था. हालांकि इस मामले में उन्हें कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी. वहीं अभी तक उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की जा सकी है.
मेवालाल चौधरी पहली बार 2015 में विधायक बने थे और भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद साल 2017 में जेडीयू ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था. आरजेडी ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा था, "जिस भ्रष्टाचारी जेडीयू विधायक को सुशील मोदी खोज रहे थे उसे भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश कुमार ने मंत्री पद से नवाज़ा. यही है 60 घोटालों के संरक्षणकर्ता नीतीश कुमार का दोहरा चरित्र. यह आदमी कुर्सी के लिए किसी भी निम्नतम स्तर तक गिर सकता है."
जिस भ्रष्टाचारी जेडीयू विधायक को @SushilModi खोज रहे थे उसे भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह @NitishKumar ने मंत्री पद से नवाज़ा।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 17, 2020
यही है 60 घोटालों के संरक्षणकर्ता नीतीश कुमार का दोहरा चरित्र। यह आदमी कुर्सी के लिए किसी भी निम्नतम स्तर तक गिर सकता है। pic.twitter.com/HpMb2JfLOr
सूत्रों के मुताबिक फरवरी 2017 में बिहार के तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोविंद के निर्देश पर भागलपुर के सबौर पुलिस स्टेशन में चौधरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. राज्यपाल ने कई उम्मीदवारों द्वारा नियुक्ति में धांधली की शिकायत मिलने पर जांच कमेटी गठित की थी.
गौरतलब है कि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने खुलासा किया है कि न सिर्फ चौधरी बल्कि नीतीश कुमार की नई कैबिनेट के आठ मंत्रियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामलों की बात को स्वीकारा है. इनमें से छह के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
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