3 स्टेज की परीक्षा दी फिर सेलेक्शन हुआ, ज्वाइनिंग लेटर भी मिल गया लेकिन अचानक से रेलवे ने नियुक्ति रद्द कर दी और बोला कि हमारे पास वैकेंसी नहीं है. आरआरबी गोरखपुर के उम्मीदवारों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ था. गोरखपुर के बाद आरआरबी मुजफ्फरपुर के उम्मीदवारों के साथ भी यही हुआ है. ज्वाइनिंग लेटर देने के बाद रेलवे के अधिकारी बोलते हैं कि वैकेंसी नहीं है. रेलवे भर्ती बोर्ड मुजफ्फरपुर ने साल 2018 में एएलपी, टेक्नीशियन के 465 पदों पर वैकेंसी निकाली, इनमें से ALP के 310 और टेक्नीशियन के 155 पद थे. उम्मीदवारों का चयन 3 स्टेज की परीक्षा द्वारा किया गया. पहले स्टेज में कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा, दूसरे स्टेज में भी कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा और तीसरे स्टेज में उम्मीदवारों का साइको टेस्ट हुआ. आरआरबी मुजफ्फरपुर ने पिछले साल दिसंबर में चयनित उम्मीदवारों का पैनल जारी किया.
सोनपुर डिवीजन में आने वाले 85 उम्मीदवारों के अलावा पैनल में आए सभी उम्मीदवारों को नियुक्ति मिल चुकी है. सोनपुर डिवीजन ने 16 मार्च 2020 को एक माह में नियुक्ति देने की बात कही, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे आगे बढ़ा दिया गया. जिसके बाद 22 जुलाई को उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग लेटर दे दिए गए. लेकिन ज्वाइनिंग से 11 दिन पहले उम्मीदवारों को सूचित किया जाता है कि उनकी ज्वाइनिंग को स्थगित कर दिया गया है. 18 सितंबर को पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर ने बताया कि सोनपुर डिविजन ने पैनल वापस कर लिया है. उम्मीदवारों से अनऑफिशियल तौर पर कहा जाता है कि वैकेंसी न होने के कारण पैनल को वापस ले लिया गया है.
ज्वाइनिंग लेटर देने के बाद रेलवे बोलता है कि वैकेंसी नहीं है. अब 3 स्टेज की परीक्षा देने के बाद चयनित उम्मीदवार नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं. मामला RRB मुजफ्फरपुर के सोनपुर डिवीजन का है. @PiyushGoyal pic.twitter.com/blOe4KlU0s
— Archit Gupta (@Architguptajii) October 2, 2020
इस भर्ती के चयनित उम्मीदवार विकाश ने Career16plus से बातचीत में कहा, ''सभी चरणों की परीक्षा पास करने और नियुक्ति पत्र मिल जाने के बाद हमारी नियुक्ति स्थगित कर दी गई. रेलवे कहता है कि उनके पास वैकेंसी नहीं है. जब उनके पास वैकेंसी नहीं थी तो इतने पदों पर नोटिफिकेशन ही क्यों निकाला?''
विकाश कहते हैं, ''सोनपुर मंडल या पूर्व मध्य रेलवे के आफिस में फोन करने पर बताया जाता है कि एक सप्ताह में ज्वाइनिंग से संबंधित नोटिस जारी होगा. कोई बोलता है सीट नहीं है दूसरे डिविजन भेजा जाएगा. कोई बोलता है अभी टाइम लगेगा कोई जॉब देख लो तब तक. जब सभी कैंडिडेट 22 सितंबर 2020 को सोनपुर डिविजन गए तो Sr. DPO जी ने बोला की 7 दिन के अंदर ही कोई ना कोई नोटिस जारी किया जाएगा. फिर हम लोग 30 सितंबर 2020 को जीएम से मिलने गए तो वो मिले नहीं फोन से बात किए और वहा भी बोले कि 15-20 दिन देखिए नहीं कुछ होगा तो फिर मिलिएगा.''
3 स्टेज की परीक्षा पास करने के बाद अब 85 उम्मीदवार नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं. ये दिन रात ट्वीट तो कर रहे हैं लेकिन संख्याबल कम होने के कारण न ही रेल मंत्री और न भर्ती बोर्ड इनकी सुन रहा है. बता दें कि कुछ ऐसा ही आरआरबी गोरखपुर के उम्मीदवारों के साथ भी हुआ था. वहां तो रेलवे ने गलती से ज्यादा वैकेंसी फीड कर दी थी. छात्रों के आंदोलन और हमारी खबर का असर होने के बाद रेलवे ने इन उम्मीदवारों का दूसरे जोन में डायवर्जन किया और फिर सभी उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग दी गई.
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