Sharad Purnima 2020: हिन्दू धर्म में शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) का बड़ा महात्म्य है. इस दिन श्री सत्यनारायण भगवान और मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है. मान्यता है कि साल में यही वो दिन होता है जब चंद्रमा अपनी 16 कलाओं के साथ आसमान पर दिखाई देता है. शरद पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से चंद्रमा की पूजा-अर्चना की जाती है. कहते हैं कि इस दिन चंद्रमा से अमृत वर्षा होती है और इस अमृत में कई औषधीय गुण होते हैं. यह वजह है कि इस दिन खीर बनाकर छत पर रख दी जाती है और फिर पूरे परिवार के साथ बैठकर अमृत वाली खीर को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार 16 कलाओं से निपुण व्यक्ति को ही पुरुषोत्तम कहा गया है. कहते हैं कि भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने 16 कलाओं के साथ जन्म लिया था, जबकि पर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम 12 कलाओं में निपुण थे.
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