उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और उत्तराखंड में उनके समकक्ष त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) सोमवार को भारी बर्फबारी के चलते घंटों तक केदारनाथ में फंसे रहे. बाद में शाम के समय वे किसी तरह चमोली जिले के गौचर पहुंच पाए.
देवभूमि उत्तराखंड में बाबा केदारनाथ जी के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 16, 2020
दर्शन उपरांत उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री @tsrawatbjp जी के साथ यहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति देखने का अवसर प्राप्त हुआ। pic.twitter.com/WjsY4Emj2O
उत्तराखंड के डायरेक्टर जनरल (लॉ & ऑर्डर) अशोक कुमार के मुताबिक, "उत्तराखंड के सीएम रावत और यूपी के सीएम आदित्यनाथ खराब बर्फबारी और खराब मौसम की वजह से केदारनाथ में फंस गए थे."
दोनों मुख्यमंत्री सोमवार सुबह पूजा करने के लिए केदारनाथ पहुंचे थे. आपको बता दें कि सर्दियों के लिए केदारनाथ के द्वारा बंद कर दिए गए हैं.
इससे पहले रविवार को गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे. इसके बाद सोमवार को केदारनाथ और यमनोत्री के कपाट भी बंद कर दिए गए. वहीं, बदरीनाथ के कपाट गुरुवार को बंद किए जाएंगे.
आदित्यनाथ और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केदारनाथ के कपाट बंद होने के मौके पर आयोजित सभी अनुष्ठानों में भाग लिया. इस दौरान बर्फबारी होती रही. केदारनाथ के कपाट सुबह साढ़े आठ बजे बंद कर दिए गए थे और इस बीच हुई भारी बर्फबारी के चलते दोनों मुख्यमंत्री वहीं फंस गए. दोनों को सुबह करीब 8:40 पर वहां से हेलिकॉप्टर से रवाना होना था. लेकिन बर्फबारी की वजह से हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका.
इसके बाद दोनों मुख्यमंत्री केदारनाथ के पास गेस्ट हाउस में इंतजार करते रहे और फिर आखिरकार 4:30 बजे बदरीनाथ से 130 किलोमीटर दूर स्थित चमोली जिले के गौचर शहर के लिए रवाना हो पाए.
आदित्यनाथ ने कहा, "मुझे बदरीनाथ के पास यूपी सरकार के गेस्ट हाउस का उद्घाटन करना था. हम बर्फबारी की वजह से फंस गए थे."
वहीं आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि यूपी और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के विभाजन से जुड़ी सभी समस्याओं को सुलझा लिया गया है और जो बच गईं हैं उनका निपटान भी सौहार्दपूर्ण ढंग से जल्द ही कर लिया जाएगा.
.@MygovU और @UPGovt के मध्य संपत्ति की सभी समस्याओं का समाधान हो चुका है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 16, 2020
प्रदेश सरकार द्वारा हरिद्वार में बनाया जा रहा अतिथि गृह दिसंबर तक तैयार हो जाएगा, जिसका शुभारंभ कुंभ मेले से पहले ही कर दिया जाएगा।
इसके साथ ही, श्री बद्रीनाथ धाम में भी एक पर्यटक आवास गृह बनाया जा रहा है। pic.twitter.com/lts9z0v26Q
आदित्यनाथ ने उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों राज्य हरिद्वार के अलकनंदा गेस्ट हाउस को लेकर लंबे वक्त से सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन अब यूपी उसका मालिकाना हक उत्तराखंड को देने के लिए तैयार हो गया है.
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