CAA-NRC के खिलाफ लखनऊ में पिछले साल दिसंबर में हुए हिंसक प्रदर्शन के करीब 11 महीने बाद आरोपियों की तलाश में लखनऊ पुलिस ने हसनगंज क्षेत्र में सात जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस की सामाजिक कार्यकर्ता जैनब सिद्दीकी के घर पर झड़प हुई. घटना गुरुवार रात की है, पुलिस जैनब के घर सादी वर्दी में पहुंचती है और जैनब के न मिलने पर उनके पिता को जबरन पकड़ने लगती है. आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने जैनब के भाई बहन के साथ मारपीट की.
जैनब सिद्दीकी ने बताया कि देर रात पुलिस उनके घर आई. उसने फोटो दिखाते हुए कहा कि आप सीएए/एनआरसी के प्रदर्शन में शामिल हुई थीं. हम ने मना किया और कहा कि हम सामाजिक कार्यकर्ता हैं, लेकिन किसी भी प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए और ना ही मेरा इससे पहले किसी भी मुकदमे या फिर किसी प्रदर्शन में नाम है.
लेकिन इसके बाद पुलिस ने घर आ रहे हैं उनके पिता को पकड़ लिया. इसके बाद जैनब सिद्दीकी और पुलिस के बीच में झड़प और गाली गलौच हुई.
जैनब घटना का एक वीडियो ट्वीट कर लिखती हैं, ''क्या यूपी की लखनऊ पुलिस ऐसे गुंडागर्दी करेंगे. आम जनता की सेवा की बजाए सड़को पर दौड़ा कर मारेगी ये पुलिस. लड़कियों और महिलाओं को पीटना क्या ये है पुलिस का कर्तव्य?
क्या यूपी की लखनऊ पुलिस ऐसे गुंडागर्दी करेंगे आम जनता की सेवा की बजाए सड़को पर दौड़ा कर मारेगी ये पुलिस लड़कियों और महिलाओं को पीटना क्या ये है पुलिस का कर्तव्य ।@RahulGandhi @priyankagandhi @yadavakhiles143 @ndtv @thewirehindi @madhujanjagran @uppokogekoge pic.twitter.com/urupUfmDoj
— zainab siddiqui (@zainabsiddqui) November 6, 2020
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प्रदर्शनकारियों के सिर पर 5 हजार का इनाम
राजधानी लखनऊ में बीते साल CAA-NRC की आड़ में चार थाना क्षेत्रों में हिंसा हुई थी. इस मामले में ऐक्शन लेते हुए बीते गुरुवार को शिया धर्मगुरु मौलाना अब्बास समेत 14 अन्य आरोपियों पर 5-5 हजार रुपए का इनाम तय किया गया है. इनमें से 8 आरोपियों को वांटेड घोषित किया गया है. इस बाबत पुराने लखनऊ जैसे चौक, हसनगंज आदि क्षेत्र व आरोपियों के घर के बाहर पोस्टर चस्पा कराए गए हैं.
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