भर्ती निकाले तो इम्तिहान नहीं
परीक्षा हो तो परिणाम नहीं
परिणाम निकले तो ज्वाइनिंग का नाम नहीं
आखिर क्यों युवाओं का सम्मान नहीं?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह कविता सरकारी भर्ती की लचर प्रक्रिया को बयां कर रही है. वैकेंसी निकलती है तो एग्जाम नहीं होता, एग्जाम हो जाता है तो रिजल्ट नहीं आ पाता और अगर रिजल्ट आ जाता है तो समय पर उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं मिल पाती. आज कल छात्र ट्विटर पर अपना मुद्दा ट्रेंड करवाने में लगे हुए हैं..
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