SSC GD की भर्ती प्रक्रिया करीब 3 साल होने पर भी पूरी नहीं हो पाई है. SSC GD के माध्यम से BSF, CRPF, SSB, ITBP, AR, NIA, और SSF में भर्तियां की जाती हैं. SSC ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में सिपाही के करीब 60 हजार पदों पर भर्ती के लिए साल 2018 में विज्ञापन निकाला था. इस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा फरवरी 2019 में आयोजित की गई थी. इसके बाद 13 अगस्त से 25 सितंबर तक शारीरिक परीक्षा यानी फिजिकल टेस्ट का आयोजन किया गया था. फिजिकल टेस्ट का रिजल्ट दिसंबर 2019 में जारी हुआ था और इसके बाद फरवरी 2020 में उम्मीदवारों का मेडिकल टेस्ट हुआ था. उम्मीदवारों के मुताबिक करीब 85, 000 उम्मीदवार मेडिकल में पास हुए हैं. फरवरी में मेडिकल हो गया और अब फरवरी से नवंबर मध्य आ गया है, सफल उम्मीदवारों को अब तक नियुक्ति नहीं मिली है.
नियुक्ति की मांग को लेकर छात्र कई बार ट्विटर पर आंदोलन कर चुके हैं. जब बात ट्विटर पर नहीं बनी तब उम्मीदवार गुरुवार को राजघाट पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए.
छात्रों ने करियर 16 प्लस से बातचीत में कहा, ''सुबह 10 बजे हम अंबेडकर पार्क पहुंचे जहां पुलिस ने हमसे कहां कि धारा 144 लगा दी गई है और आप लोग यहां नहीं बैठ सकते, इसके बाद पुलिस हमें राजघाट ले आई, जहां हमें नारा तक लगाने नहीं दिया गया.''
कुछ छात्रों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस वालों ने उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन नहीं करने दिया और कहा कि अगर वे यहां से नहीं गए तो उनपर केस कर देंगे.''
इस भर्ती के एक उम्मीदवार करीम ने बताया, ''केंद्र सरकार के मुताबिक केंद्रीय सुरक्षा बलों में कुल एक लाख से अधिक पद खाली हैं. ये पद सेवानिवृत्ति, त्यागपत्र और मृत्यु की वजह से खाली हुए हैं. लेकिन केंद्र सरकार इन पदों को नहीं भर रही है. रिपोर्ट के अनुसार, बीएसएफ में 28,926, सीआरपीएफ में 25,506, सीआईएसएफ में 23,906, एसएसबी में 18,643, आईटीबीपी में 5,784 और असम राइफल्स में 7,328 पद खाली हैं. सरकार देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है, क्योंकि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में 60,210 पदों पर भर्ती प्रक्रिया पिछले 3 सालों से चल रही है और 1,10,000 पद पहले से खाली है. साथ ही चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तनाव भी चल रहे हैं, क्या यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं?
एक अन्य उम्मीदवार संजीव कुमार संधल कहते हैं, ''मैं पंजाब का रहने वाला हूं. स्टेट में कोई भी नौकरी नहीं मिलती. केंद्र की नौकरियों पर डिपेंड हूं और यहां वैकेंसी पूरी नहीं करी जाती.''
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क्या है छात्रों की मांग?
छात्रों ने बताया कि 3 साल से भर्ती नहीं पूरी होने के कारण कई उम्मीदवार ओवरऐज हो गए हैं. अगर मेरिट हाई रहती है तो वे इस भर्ती से बाहर हो जाएंगे और ओवरऐज होने के कारण वे अगली बार केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे. ऐसे में सरकार को खाली पड़े पदों को ध्यान में रखकर 25 हजार पदों की वृद्धि करनी चाहिए. साथ ही जो उम्मीदवार मेडिकल टेस्ट में पास हुए हैं उन्हें जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र दिए जाएं.
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