सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के दोस्त सिद्धार्थ गुप्ता (Siddharth Gupta) का कहना है कि दिवंगत एक्टर के लिए सफलता और असफलता के ज्यादा मायने नहीं थे और वह हमेशा नए आइडिया और विचारों को ढूंढते रहते थे. सिद्धार्थ ने सुशांत के साथ लंबा वक्त बिताया था और वह उनके साथ रहे भी थे. उनका कहना है कि सुशांत ने उनका नजरिया बदला था और उन्हें रिस्क लेना सिखाया था.
सिद्धार्थ ने पिंकविला से बातचीत करते हुए कहा, "मैं खुशकिस्मत रहा कि मैं उनके करीब था. मुझे लगता है कि सुशांत एक आइडिया है जो हमेशा जिंदा रहेगा. बहुत सारे लोग उन्हें नहीं समझते थे, वह किस बात का समर्थन करते थे, वह क्या कहते थे. वह लोगों को इतना प्यार देते थे कि कभी-कभी आपको शक होने लगेगा."
उन्होंने कहा कि सुशांत "कभी फिट नहीं हो सके" और वह होना भी नहीं चाहते थे क्योंकि वह हर बार "कुछ नए की तलाश" में रहते थे. उन्होंने यह भी बताया कि सुशांत ने उन्हें और एक अन्य कॉमन फ्रेंड कुशल जावेरी को अपनी मौत से पांच दिन पहले एक मैसेज भेजा था. सुशांत ने कहा था कि वह आध्यात्मिक रूप से खुद पर काम कर रहे हें और वह चाहते थे कि सिद्धार्थ और कुशल उनसे आकर मिलें. सिद्धार्थ के मुताबिक, "जब मैसेज आया तब मैंने कुशल से बात की थी. मैंने उससे कहा था कि कुछ तो सही नहीं है क्योंकि वह इस तरह खुलकर बात कर रहे थे. कुशल ने वापस मैसेज करते हुए कहा था जल्दी मिलते हैं और हम वहीं करेंगे जो हम कर रहे थे. मैं उनकी स्पेस में दखल नहीं देना चाहता था, लेकिन मुझे उनके टेक्स्ट मैसेज की वजह से ये उम्मीद थी कि मैं उनसे जल्द ही मिलूंगा और मुझे पता चल जाएगा कि हुआ क्या है. मुझे कुछ तो महसूस हुआ था. लेकिन मेरे पास उनका नंबर नहीं था, कुशल को हाल ही में मिला था. हमें यह भी नहीं पता था कि वह उस वक्त कहां रह रहा था. हम कभी सोच भी नहीं सकते थे कि कुछ गलत हो रहा है."
आपको बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 को मुंबई स्थित बांद्रा स्थित अपने फ्लैट पर मृत पाए गए थे. सीबीआई समेत नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्योरो (NCB) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) सुशांत की मौत के मामले की जांच कर रहे हैं. मुंबई पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया था. वहीं, सुशांत के परिवार वालों ने रिया चक्रवर्ती पर पैसों की हेरा-फेरी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था.
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