स्वामी अग्निवेश का निधन हो गया है. दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ है. पिछले कई दिनों से उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था. लीवर खराब होने के कारण ILBS अस्पताल दिल्ली में भर्ती कराया गया था. ILBS के निदेशक डॉ. शिव सरीन ने शाम 6.45 बजे बताया कि स्वामी अग्निवेश का निधन हो गया है.
स्वामी अग्निवेश देश के कई आंदोलनों में शरीक रहे हैं. उनके पार्थिव शरीर को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए दिल्ली जंतर-मंतर रोड, 7 जंतर-मंतर रोड स्थित कार्यालय में रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार 12 सितंबर को, शाम 4 बजे, अग्निलोक आश्रम, बहलपा, जिला गुरुग्राम में संपन्न होगा.
21 सितंबर 1939 को छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में जन्में स्वामी अग्निवेश ने कोलकाता में कानून और बिजनेस मैनेजमेंट की. उसके बाद आर्य समाज में सन्यास ग्रहण किया.
आर्य समाज का काम करते-करते 1968 में उन्होंने एक राजनीतिक दल बनाई- आर्य सभा. 1981 में दिल्ली में बंधुआ मुक्ति मोर्चा की स्थापना की. स्वामी अग्निवेश ने हरियाणा से चुनाव लड़ा और मंत्री भी बनें लेकिन मजदूरों पर लाठी चार्ज की एक घटना के बाद उन्होंने राजनीति से ही खुद को अलग कर लिया.
एक समय में स्वामी अग्निवेश पर नक्सलियों से सांठगांठ और हिंदू धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार का आरोप भी लगा. जिसके कारण भारत में अनेक अवसरों पर उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हुए.
जन लोकपाल विधेयक के लिए हुए आंदोलन में अन्ना हजारे की टीम में भी स्वामी अग्निवेश का अहम रोल रहा.
TOP NEWS OF THE DAY: दिनभर की बड़ी खबरें सिर्फ 5 मिनट में
Leave Your Comment