एक्टर स्वरा भास्कर (Swara Bhasker) का कहना है कि यह जरूरी नहीं कि महान कलाकार असल जिंदगी में भी महान हो. आपको बता दें कि स्वरा भास्कर का ये बयान तब आया है जब पिछले कई दिनों से कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अलग-अलग मुद्दों को लेकर आलोचना का शिकार हुईं हैं साथ ही उर्मिला मातोंडकर, जया बच्चन और दिलजीत दोसांझ के साथ उनकी जबानी झड़प भी हुई.
एक इंटरव्यू में स्वरा से यह पूछा गया था कि क्या महान कलाकर महान इंसान भी होते हैं? आपको बता दें कि इससे पहले कंगना ने स्वरा को बी ग्रेड एक्टर बताया था.
स्वरा के मुताबिक, "मुझे लगता है कि यह सिर्फ कंगना की ही बात नहीं है. हां, हमारी पहले बहस हो चुकी है लेकिन मुझे लगता है कि महान कलाकार महान इंसान होते हैं इस बात पर हमें फिर से विचार करने की जरूरत है. हम अकसर यह भूल कर बैठते हैं कि जो शख्स पर्दे पर महान किरदान निभा रहा है और जो अपने काम में निपुण है, होशियार है वह असल जिंदगी में भी वैसा ही है. नहीं, यह जरूरी नहीं कि वह रियल लाइफ में भी महान शख्स है. इसका यह मतलब नहीं होता कि पर्दे पर उस शख्स द्वारा निभाई गए बहादुरी के सारे गुण उस शख्स के अंदर भी हों."
इससे पहले स्वरा ने अपने ऊपर की गई कंगना की टिप्पणी को लेकर पिंकविला को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वह लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करती है. उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें कुछ गालियां भी सुनने पड़ें तब भी वह इसका समर्थन करेंगी. हालांकि उन्होंने यह था कि वह सफेद झूठ बर्दाश्त नहीं कर सकतीं. स्वरा के मुताबिक, "आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए. आपको मुझे जो कुछ भी कहना है कहो, लेकिन झूठ मत बोलो. यह कहना कि मैं नेपोटिज्म का समर्थन करती हूं, पूरी तरह से झूठ है."
स्वरा ने उन्हें लेकर दिए गए कंगना के बयान पर कहा कि "बी ग्रेड एक्टर" और "करण जौहर का चमचा" जैसी बातें उनकी मानसिकता को दर्शाती हैं. उन्होंने कहा, "मेरे लिए तो बी का मतलब बेस्ट है. तो मैं कहती हूं कि जो कहना है कहो. कई बार लोग जो आपके बारे में बोल रहे होते हैं उससे उस शख्स से ज्यादा आपकी खुद की मानसिकता के बारे में पता चलता है. मुझे लगता है कि लोग मेरे, तापसी या किसी और से ज्यादा अपनी ही मानसिकता जाहिर कर रहे थे."
आपको बता दें कि रिपब्लिक टीवी को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था, "मैं इस इंटरव्यू के जरिए कहना चाहती हूं कि मुझे तो खोना ही है... क्योंकि मुझे पता है कि वे लोग तापसी पन्नू और स्वरा भास्कर जैसे बीसियों बाहरी लोगों को लाकर खड़ा कर देंगे, जो कहेंगे कि अरे सिर्फ कंगना को नेपोटिज्म से दिक्कत है. हमें तो करण जौहर से प्यार है. अगर आप करण जौहर से प्यार करते हो तो आप दोनों बीग्रेड एक्ट्रेस क्यों हो? आप दोनों आलिया भट्ट और अनन्या पांडे से अच्छी एक्ट्रेस हो. आपको काम क्यों नहीं मिलता? आपका पूरा अस्तित्व ही नेपोटिज्म का सबूत है. आप मुझे क्या बताना चाहते हो कि आप इंडस्ट्री में कितने खुश हो?"
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