दिवाली पर पटाखे जलाने पर प्रतिबंध के मामले में हरियाणा सरकार ने यू-टर्न ले लिया है. हरियाणा की खट्टर सरकार ने राज्य में दो घंटे पटाखे जलाने की इजाज़त दे दी है. हरियाणा सरकार ने दो दिन पहले पटाखे जलाने और बेचने पर लगाए गए प्रतिबंध का फैसला बदल दिया है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को जानकारी दी कि अब सरकार ने लोगों के आग्रह पर सिर्फ दो घंटे पटाखे बेचने और जलाने की इजाजत दे दी है. हालांकि पटाखे किस समय छोड़े जा सकेंगे इसकी कोई जानकारी नहीं है.
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि पटाखे जलाने की इजाजत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के जरिए जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हुए दी गई है लेकिन सच ये है कि पाबंदी लगाने वाले आदेशों को हिन्दू संगठनों और पटाखा विक्रेताओं के दबाव के चलते लिया गया है. राज्य के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि लोगों की तरफ से कड़ा आग्रह था कि पटाखों की दुकान पर दुकानदारों का काफ़ी पैसा लगा है. ऐसे में अगर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाएगा तो दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा.
देखने में आया है कि प्रदूषण के कारण पिछले दिनों कोरोना के संक्रमित मरीजों में भी बढ़ोतरी हुई है। प्रदूषण कम करने और कोरोना के संक्रमण के फैलाव को रोकने के मद्देनजर ये निर्णय लिया गया है।
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 8, 2020
व्यापारी पहले ही कोरोना की वजह से काफ़ी नुकसान उठा रहे हैं. लॉकडाउन में जितना नुकसान हुआ है उसकी कुछ भरपाई दिवाली पर पटाखे बेचकर कर ली जाएगी. चीन में निर्मित पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक है लेकिन दुकानदारों के पास पहले से ही चीन में निर्मित पटाखों का स्टॉक पड़ा हैं. ऐसे में पूरी संभावना है कि दिवाली पर चीनी कंपनियों द्वारा निर्मित पटाखे खूब जालाए जाएंगे.
यहां गौर करने वाली बात ये है कि नवंबर 2018 को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने सिर्फ रात के आठ बजे से दस बजे के बीच ही पटाखे छोड़ने की इजाजत दी थी. कोर्ट का ये आदेश अभी भी लागू है.
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