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यह डबल इंजन नहीं ट्रबल इंजन है, सोशल मीडिया से लालू का प्रहार

Fauzia

नई दिल्‍ली 01 Nov, 2020 11:21 pm

इस बार के बिहार चुनाव में लालू प्रसाद यादव भले ही व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हैं लेकिन सोशल मीडिया के ज़रिए वो तमाम सियासी दांव खेल रहे हैं. लालू प्रसाद यादव के ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है जिसमें उन्होंने जेडीयू, नीतीश कुमार और बीजेपी पर निशाना साधा है. बीजेपी के डबल इंजन वाले बयान पर पलटवार करते हुए लालू प्रसाद ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ये डबल इंजन नहीं, ट्रबल इंजन है. लॉकडाउन में फंसे मज़दूरों को वापस लाने के समय कहां थे? 

रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालू प्रसाद यादव का गढ़ कहे जाने वाले छपरा में रैली की थी. पीएम मोदी ने लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी और तेजस्वी यादव पर तंज़ करते हुए कहा था कि बिहार में एक तरफ डबल इंजन की सरकार है तो दूसरी तरफ़ डबल-डबल युवराज भी हैं. एक तो जंगलराज के युवराज हैं. बिहार में एक तरफ़ डबल इंजन की सरकार है जो बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, तो दूसरी तरफ़ डबल-डबल युवराज हैं जो अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. पीएम के इसी बयान पर लालू प्रसाद यादव ने पलटवार किया है.

पीएम के इस बयान पर तेजस्वी यादव ने भी प्रधानमंत्री मोदी से सवाल करते हुए ट्वीट किया कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने यह नहीं बताया कि डबल इंजन सरकार के चलते बिहार की बेरोजगारी दर 46.6% क्यों है? बिहार के हर दूसरे घर से पलायन क्यों होता है? NCRB के आंकड़ो में बिहार अपराध में अव्वल क्यों है? नीति आयोग के अनुसार शिक्षा स्वास्थ्य क्षेत्रों में बिहार फिसड्डी क्यों है? तेजस्वी ने पूछा कि बिहार में हर दूसरे घर के लोग पलायन को मजबूर क्यों हैं? तेजस्वी ने अपराध के बढ़ते आंकड़ों पर भी पीएम मोदी से सवाल पूछे और डबल इंजन की सरकार पर हमला बोला.

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी पीएम मोदी के इस भाषण पर हमला करते हुए कहा कि माननीय मोदी जी, 2015 चुनाव में नीतीश कुमार जी को “18वीं सदी की मानसिकता वाला” बता गए थे. आज उन्हें छपरा में “डबल इंजन” बता रहे. सच ये है कि ये “डबल धोखे” की सरकार है. एक “जुमलेबाज” और एक “धोखेबाज”,बिहार की जनता करेंगे दोनों का इलाज!

इस समय लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे हैं. चारा घोटाले में उन पर पांच मामले दर्ज हैं. पांच में से चार मामलों में वो दोषी पाए गए हैं जबकि तीन मामलों में उन्हें बेल मिल चुकी है. लेकिन सीबीआई इस जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रही है. अगर चौथे मामले में भी लालू को जमानत मिल जाती है तो उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो जाएगा. हालांकि इस मामले में सुवनाई 6 नवंबर के बाद ही संभव है क्योंकि इस बीच त्यौहारों की वजह से कई छुट्टियां हैं जिसके चलते कोर्ट बंद है.

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