बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान तेज हो गया है. जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले दो दिनों में कुल 35 विधानसभा क्षेत्रों में लोगों को संबोधित करेंगे. जेडीयू का ये चुनाव अभियान 12 और 13 अक्टूबर को होगा और सभी कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम से होंगे.
14 अक्टूबर से वह चुनावी सभाओं को संबोधित करने के लिए अलग-अलग हिस्सों के लिए उड़ान भरेंगे. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और नीतीश के विश्वासपात्र माने जाने वाले, राज्य के मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि नीतीश कुमार सोमवार को छह जिलों के 11 विधानसभा क्षेत्रों से जुड़ेंगे. इसके बाद मंगलवार सुबह पांच जिलों के 11 विधानसभा क्षेत्रों और शाम को चार जिलों के 13 विधानसभा क्षेत्रों को संबोधित करेंगे.
संजय कुमार झा ने कहा कि कई मौकों पर वो और बीजेपी मंच साझा करेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार होगा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मोदी नीतीश के लिए वोट मांगेंगे.
आपको बता दें जेडीयू ने बिहार विधानसभा के लिए रविवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया था. जिसे निश्चय पक्ष 2020 का नाम दिया गया है. घोषणा पत्र पर लिखा है 'न्याय के साथ तरक्की, नीतीश की जीत पक्की'. घोषणा पत्र पर सक्षम बिहार स्वावलंबी बिहार भी लिखा है. घोषणा पत्र में सात निश्चय पार्ट टू की योजनाओं को विस्तार से बताया गया है.
घोषणा पत्र में 'सशक्त महिला, सक्षम महिला' की बात कही गई है. महिलाओं को उद्यम लगाने पर परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. आगे पढ़ाई करने के लिए इंटर पास अविवाहित महिलाओं को 25,000 और स्नातक पास महिलाओं को 50,000 रुपये मिलेंगे. पुलिस थाना, प्रखंडों, अनुमंडल एवं जिलास्तरीय कार्यालयों में आरक्षण के अनुरूप महिला की भागीदारी बढ़ाई जाएगी. राज्य के प्रत्येक आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्चस्तरीय सेंटर ऑफ एक्सेलेंस बनाया जाएगा. युवाओं को अपना व्यवसाय लगाने के लिए सरकार मदद करेगी. व्यवसाय के लिए परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा.
महिलाओं के साथ-साथ युवा शक्ति को बिहार की प्रगति बताते हुए कई योजना को अपने घोषणा पत्र का हिस्सा बनाया है. युवाओं के लिए रोज़गार के नए अवसर पैदा करने और ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नई तकनीक के माध्यम से रोज़गार देने की बात कही गई है. किसानों को लुभाने के लिए घोषणा पत्र में कहा गया है कि हर संभव माध्यम से हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा.
स्वास्थ्य उपकेंद्रों को नियमित एवं बेहतर रूप से संचालित कर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी. पशुओं की सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं निःशुल्क रहेंगी
Leave Your Comment