ट्विटर (Twitter) ने सोमवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान गलत सूचना फैलाए जाने की आशंका के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) के निर्देश पर कई हाई-प्रोफाइल खातों को निलंबित कर दिया है. ट्विटर ने अभिनेता सुशांत सिंह (Sushant Singh), कारवां पत्रिका, किसान एकता मोर्चा, ट्रैक्टर2ट्विटर और कई अन्य राजनेताओं, किसान नेताओं, लेखकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित हाई-प्रोफाइल हस्तियों और संगठनों के कई खातों को निलंबित कर दिया.
So @thecaravanindia's twitter account is withheld in India. pic.twitter.com/VaGun4GBg4
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 1, 2021
आईटी मंत्रालय और कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले हफ्ते ट्विटर को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69-ए के तहत इन ट्वीट्स और अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया था.
Actor @sushant_says's twitter account withheld too. pic.twitter.com/qy5MX5MkJ0
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) February 1, 2021
ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि कई देशों में ऐसे कानून हैं जो ट्वीट्स या ट्विटर अकाउंट कंटेंट पर लागू हो सकते हैं.
ट्विटर ने पिछले सप्ताह कहा था कि उसने 300 से अधिक खातों को निलंबित कर दिया, क्योंकि 72वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसक हो गई थी.
खबरों के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ट्विटर को करीब 250 ऐसे अकाउंट्स पर रोक लगाने के लिए कहा था जो #ModiPlanningFarmerGenocide हैशटैग के तहत आपत्तिजनक और भड़काऊ ट्वीट्स कर रहे थे. ये ट्वीट्स 30 जनवरी को किए गए. MEITY ने यह कदम गृह मंत्रालय और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुरोध पर उठाया था. आशंका जताई जा रही थी कि ऐसे ट्वीट्स से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती थी.
इन अकाउंट्स को निलंबित करने के बाद ट्विटर ने एक बयान जारी किया है, जिसके मुताबिक, "अगर कोई अधिकृत संस्था ठीक से अनुरोध करती है तो किसी देश में कुछ कंटेंट का एक्सेस रोकना जरूरी हो सकता है. अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा के लिए पारदर्शिता जरूरी है, इसलिए रोके गए कंटेंट के लिए हमारी एक नोटिस नीति है. कंटेंट पर रोक लगाने का अनुरोध मिलने पर, हम प्रभावित खाताधारक को जानकारी देते हैं."
गौरतलब है कि कारवां मैगजीन के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने झूठी खबर के आरोप में मामला दर्ज किया था और सुशांत सिंह लगातार किसानों के समर्थन में ट्वीट कर रहे थे. उन पर भ्रामक खबरें फैलाने का आरोप है.
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