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Hathras Case: हाथरस मामले की आड़ में यूपी में जातीय दंगे कराने की थी साजिश, इकठ्ठा किया जा रहा था फंड   

Abhishek Rastogi

लखनऊ 05 Oct, 2020 05:49 pm

उत्तर प्रदेश में हाथरस मामले पर एक बहुत बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है. हाथरस में युवती की हत्या के मामले को जातीय रंग देकर प्रदेश में दंगे भड़काए जाने की योजना थी. ये खुलासा प्रदेश की इंटेलिजेंस रिपोर्ट में हुआ है. एडीजी के मुताबिक अब तक 13 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. हाथरस की घटना के बाद कुछ संगठन उत्तर प्रदेश में इस मामले की आंड में जातीय दंगे भड़काने के प्रयास में हैं, इसके लिए बकायदा एक वेबसाइट भी बनाई गई है और इस वेबसाइट का नाम 'जस्टिस फॉर हाथरस' है. इस वेबसाइट के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक गलत बयान को भी फर्जी तरीके से प्रसारित किया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया. इसको लेकर लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज किया गया है.

इकठ्ठा किया जा रहा था फंड   
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक हाथरस मामले के बाद एक वेबसाइट के माध्यम से लोगों को भड़काया जा रहा था. प्रदेश में दंगे करवाने की साजिश रची जा रही थी, दंगे के लिए पीड़ित परिवार की मदद करने का हवाला देकर फंड इकठ्ठा किया जा रहा था. इस वेबसाइट पर काफी भड़काऊ सामग्री मौजूद पाई गई है.

दंगे कराने की साजिश
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कुछ इसी तरह जातीय दंगे कराये गए थे जिसका बाद में जांच में खुलासा भी हुआ था और इसी तर्ज पर हाथरस के मामले पर भी प्रदेश में जातीय दंगे कराये जाने की कोशिश की जा रही थी. पुलिस ने जब मामले में जांच शुरू की तो वेबसाइट को फिलहाल बंद कर दिया गया है. पुलिस अधिकारीयों का कहना है कि अगर ज़रूरत लगी तो इस पूरे मामले की जांच साइबर क्राइम या एसटीएफ से भी कराई जाएगी.

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क्या कहा एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने
एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने कहा कि पोस्टरों, सोशल मीडिया पोस्ट से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पहला मुकदमा हाथरस के चंदपा थाने में दर्ज हुआ है. हाथरस की घटना से अमन चैन बिगाड़ने का प्रयास कुछ लोगों ने किया है. वायरल आडियो से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया. हाथरस में तैनात अधिकारियों से उलझने, बैरिकेडिंग तोड़ने का मुकदमा भी है. एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता के खिलाफ भी एफआईआर हुई है. थाना सासनी और थाना हाथरस गेट पर भी एक एफआईआर हुई है. 

बुलंदशहर, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ कमिश्नरेट में कुल 13 एफआईआर दर्ज हुई हैं. लखनऊ में आपत्तिजनक पोस्टर लगाने पर दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. एक षड्यंत्र और साज़िश के तहत  यूपी का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है. हम सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं, कई एजेंसियां इस मामले में जांच कर रही हैं.

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