Hathras Gangrape Case: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने हाथरस में 19 साल की दलित लड़की के साथ गैंगरेप के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है. आपको बता दें कि इस मामले में यूपी सरकार विपक्षी पार्टी के निशाने पर है और देश भर में विरोध-प्रदर्शन भी हुए. सीएम योगी पर इस्तीफा देने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री के दफ्तर ने ट्वीट कर सीबीआई सिफारिश की जानकरी दी.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सम्पूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 3, 2020
इससे पहले शुक्रवार को यूपी के मुख्यमंत्री ने हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और तीन अन्य पुलिसवालों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए थे.
उधर, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और सीपीआई ने देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यूपी के सीएम के खिलाफ एक्शन लेने की मांग की.
यही नहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. वहां पहुंचकर राहुल और प्रियंका दोनों ने कहा कि यूपी सरकार को पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. राहुल ने कहा, "मैं परिवार के साथ खड़ा हूं. यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करे."
इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा, "परिवार अपनी बेटी को आखिरी बार देख भी नहीं पाया. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए. जब तक न्याय नहीं मिल जाता हमारा संघर्ष जारी रहेगा."
गौरतलब है कि 14 सितंबर को यूपी के हाथरस में अगढ़ी जाति के कुछ लोगों ने 20 साल की दलित लड़की के साथ तथाकथित रूप से गैंगरेप किया. शुरुआत में लड़की का इलाज अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में किया गया. इसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. आरोप है कि हाथरस पुलिस ने आनन-फानन में परिवार की मंजूरी लिए बिना ढाई बजे रात को ही पीड़ित लड़की का पोस्टमॉर्टम कर दिया.
Comments (1)
यही काम पहले कर लेते तो आज यूपी के मुख्यमंत्री की छवि कुछ और ही रहती। सारा कुकर्म करके अब महात्मा बनने की कोशिश कर रहे हैं। आखिर इनके सलाहकार कैसे हैं? अगर ऐसे सलाहकार बने रहे तो सरकार डूबाने के लिए विपक्ष की ज़रूरत नहीं होगी।