उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) शुक्रवार को कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित पाए गए. कोरोना (Corona) की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह अपने आवास पर एकांतवास में हैं.
इस बात की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री रावत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया और लिखा, "मैंने अपना कोविड टेस्ट कराया था और मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरा स्वास्थ्य ठीक है और बीमारी के कोई लक्षण भी नहीं हैं. डॉक्टरों की सलाह पर मैं अपने घर पर ही एकांतवास में रहूंगा. मेरा अनुरोध है कि पिछले दिनों जो कोई भी मेरे संपर्क में आया है वे खुद को आइसोलेट कर लें और अपना टेस्ट करा लें."
आज मैंने कोरोना टेस्ट करवाया था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी तबीयत ठीक है और symptoms भी नहीं हैं।अतः डॉक्टर्स की सलाह पर मैं होम आइसोलेशन में रहूँगा। मेरा सभी से अनुरोध है, कि जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आयें हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जाँच करवाएं।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 18, 2020
ऐसा पहली बार नहीं है जब सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महामारी के दौरान खुद को आइसोलेट किया हो. इससे पहले सितंबर में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात उनके एक अफसर को कोरोना हो गया था, जिसके बाद सीएम एकांतवास पर चले गए थे. यही नहीं 26 अगस्त को भी मुख्यमंत्री खुद एकांतवास पर चले गए थे क्योंकि उनके स्टाफ के तीन लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे.
इससे पहले 1 जून को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीएम रावत और उनके दो अन्य मंत्री भी क्वारंटीन हो गए थे. दरअसल, मुख्यमंत्री ने जो कैबिनेट बैठक बुलाई थी उसमें सतपाल महाराज भी शामिल हुए थे. हालांकि बाद में 6 जून को सीएम रावत की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.
आपको बता दें कि पिछले एक हफ्ते में उत्तराखंड में कई सीनियर अधिकारी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव अमित सिंह नेगी बुधवार को कोरोना से संक्रमित पाए गए. वहीं, 8 दिसंबर को राज्य स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक अमिता की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
गौरतलब है कि उत्तराखंड में अब तक कोविड-19 के कुल 84 हजार मामले सामने आए हैं, जिनमें से 1 हजार 384 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य का पॉजिटिवी रेट 5.4 फीसदी है, जबकि मृत्यु दर 1.63 फीसदी है. राज्य की राजधानी देहरादून में कोरोना के सबसे ज्यादा 25012 मामले दर्ज हुए हैं. इसके बाद हरिद्वार (12,905) और उद्धमसिंह नगर (10,787) का स्थान है.
Leave Your Comment