उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर के टूटने से सुनामी जैसा मंजर दिख रहा है. इसके कारण कॉपर डैम टूट गया है और इसके आस पास के इलाके में तबाही मच गई है. इस सैलाब से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट को बड़ा नुक्सान हुआ है. उत्तराखंड एसडीआरएफ की डीआईजी के अुनसार इस तबाही के दौरान कॉपर डैम पर तकरीबन 70 से 75 लोग काम कर रहे थे जिसका कोई अता पता नहीं है. उत्तराखंड में जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने के कारण नदी का बहाव तेजी से बढ़ा और कॉपर डैम को ध्वस्त कर दिया. आस पास के कई घर इस चपेट में आ गए. इस घटना के बाद NDRF की 3 टीमें, ITBP और SDRF की टीमें भी वहां पहुंच गई हैं, वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है.
चमोली की घटना पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार संकट की इस घड़ी में उत्तराखंड के लोगों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. दिल्ली से एनडीआरएफ की टीम भी भेजी जा रही है. वायु सेना को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है.
आईटीबीपी के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं; दिल्ली से एनडीआरएफ की टीम भी भेजी जा रही है; वायु सेना भी हाई अलर्ट पर; मोदी सरकार इस हालात में उत्तराखंड सरकार के साथ खड़ी है: गृहमंत्री@ITBP_official @NDRFHQ @IAF_MCC
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) February 7, 2021
उत्तराखंड में आज सुबह 11 बजे जोशीमठ के आसपास एक बहुत बड़ी दुर्घटना हुई. ग्लेशियर टूटने से पानी का बहाव बहुत तेज और बड़ा हो गया. पहले ऋषिगंगा और बाद में अलकनंदा में जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया. तकरीबन 40 से 45 लोगों के हताहत होने की प्राथमिक सूचना मिली है.
उधर उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने कहा कि NDRF घटना स्थल के लिए रवाना हो चुकी है. ITBP के जवान घटना स्थल पर पहुंच चुके हैं. हमारी SDRF की टीम भी वहा पहुंच चुकी है. सारे जगह रेड अलर्ट जारी किए जा चुके हैं. उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने कहा कि 100 से 150 के बीच जनहानि हो सकती है. हालांकि राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है. नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है. राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मुख्यमंत्री कार्यालय समेत समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है.
कर्णप्रयाग में आज ३ बज कर १० मिनट पर नदी में पानी की बहाव की स्थिति से साफ़ है कि बाढ़ की सम्भावना बहुत ही कम है। हमारा विशेष ध्यान सुरंगों में फँसे श्रमिकों को बचाने में है और हम सभी प्रयास कर रहे हैं। किसी भी समस्या से निपटने के सभी ज़रूरी प्रयास कर लिए गये हैं। #Uttarakhand pic.twitter.com/MrEjW4de05
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) February 7, 2021
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि लोग अफवाह फैलाने से बचे. उन्होंने कहा कि अगर कोई प्रभावित इलाके में फंसा हुआ है तो वो 1070 या 9557444486 पर कॉल कर सकता है. उन्होंने कहा कि राहत एवं बचाव से संबंधित सभी उपाए किए जा रहे हैं.
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