कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल (Motilal Vora) का दिल्ली के एक अस्पताल में सोमवार को निधन हो गया. वह 93 वर्ष के थे. आपको बता दें कि उन्हें कुछ दिन पहले कोरोना हो गया था, जिसके बाद वह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से गुजर रहे थे.
मोतीलाल वोरा ने दिल्ली स्थित फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांसें लीं. यूरिन इंफेक्शन होने के बाद उन्हें कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके परिवार के मुताबिक उनके फेफड़ों में भी संक्रमण था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक उन्हें आज शाम या मंगलवार को छत्तीसगढ़ ले जाया जाएगा और वहीं उनका अंतिम संस्कार भी होगा.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद थे. वह साल 2018 यानी 16 सालों तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के कोषाध्यक्ष भी रहे. हालांकि बाद में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा किए गए फेरबदल के बाद दूसरे वरिष्ठ नेता अहमद पटेल को कोषाध्यक्ष बना दिया गया था. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले 25 नवंबर को गुड़गांव के अस्पताल में अहमद पटेल का निधन हो गया था. वह भी अक्टूबर में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे और बाद में उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था.
मोतीलाल वोरा के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "मोतीलाल वोरा जी कांग्रेस के उन वरिष्ठतम नेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में प्रशासनिक और संगठनात्मक स्तर पर कार्य किया. वो ऐसे नेता थे, जो दशकों तक चलते रहे. उनके निधन पर मैं दुख प्रकट करता हूं और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं."
Shri Motilal Vora Ji was among the senior-most Congress leaders, who had vast administrative and organisational experience in a political career that spanned decades. Saddened by his demise. Condolences to his family and well-wishers. Om Shanti: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 21, 2020
मोतीलाल वोरा के निधन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्विटर के जरिए शोक जताया. उनके ट्वीट के मुताबिक, "वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और अद्भुत इंसान थे. हम उन्हें बहुत मिस करेंगे. उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है."
Vora ji was a true congressman and a wonderful human being. We will miss him very much.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 21, 2020
My love & condolences to his family and friends. pic.twitter.com/MvBBGGJV27
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट में मोतीलाल वोरा के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी. राजनाथ सिंह ने लिखा, "उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री मोतीलाल वोरा का निधन काफ़ी दुःखद है. वे लंबे समय तक सार्वजनिक जीवन में रहे और अनेक पदों पर उन्होंने काम किया. जब वे उत्तर प्रदेश के राज्यपाल थे तब मुझे भी उन्हें करीब से जानने और समझने का मौका मिला. वे एक सौम्य एवं अनुभवी राजनेता के रूप में सभी दलों में सम्मान पाते थे. दुख की इस घड़ी में उनके शोकाकुल परिवार और उनके समर्थकों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. ॐ शान्ति!."
वे एक सौम्य एवं अनुभवी राजनेता के रूप में सभी दलों में सम्मान पाते थे। दुख की इस घड़ी में उनके शोकाकुल परिवार और उनके समर्थकों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। ॐ शान्ति!
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 21, 2020
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर लिखा, "मोतीलाल वोरा के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ, एक पुराना योद्धा, एक मूल्यवान सहयोगी, एक प्रिय मित्र जो हमेशा कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध था और हर समय उसके साथ खड़ा होता था. शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. उनकी आत्मा को शांति मिले."
Sorry about the passing away of Motilal Vora , an old warhorse , a valued colleague , a dear friend who was always committed to the Ideology of the Congress Party and stood by it at all times . My heartfelt condolences to the bereaved family . May his soul rest in peace.
— Kapil Sibal (@KapilSibal) December 21, 2020
गौरतलब है कि अनुभवी मोतीलाल वोरा ने लंबी राजनीतिक पारी खेली. कांग्रेस पार्टी के साथ उन्होंने 1970 में अपने सफर की शुरुआत की थी. वह दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. इसके अलावा वह केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे. 1993 में उन्होंने उत्तर प्रदेश के गवर्नर के तौर पर जिम्मेदारी संभाली थी और 3 साल तक वहां राज्यपाल रहे.
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