प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार जो सुधार लेकर आई है उनकी बदौलत वैश्विक स्तर पर भारत के प्रति नजरिया बदला है. भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल यानी कि एसोचैम (Assocham) के स्थापना सप्ताह (Foundation Week) के मौके पर वर्चुअली संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "यही वो समय है जब राष्ट्र निर्माण की योजना और कार्यान्वयन पर ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि आने वाले 27 साल भारत की वैश्विक भूमिका तय करेंगे."
Speaking at the #ASSOCHAMFoundationWeek. Watch. https://t.co/faC1nltKrJ
— Narendra Modi (@narendramodi) December 19, 2020
इसी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के विकास में उद्योगों की महत्ता पर भी बात की. उन्होंने कहा, "भारत की स्थिति को लेकर दुनिया भर में काफी सकारात्मकता है और यह सकारात्मकता 130 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और सपनों का परिणाम है."
इस मौक पर पीएम मोदी ने टाटा ग्रुप के लिए रतन टाटा (Ratan Tata) को एसोचैम एंटरप्राइज ऑफ द सेंचुरी अवॉर्ड से सम्मानित किया. पीएम ने कहा कि रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप (Tata Group) ने देश के विकास में बड़ा योगदान दिया है. वहीं, रतन टाटा ने अवॉर्ड के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और महामारी के दौरान उनके मजबूत नेतृत्व की सराहना की.
रतन टाटा ने कहा, "मुश्किल समय में आप नेतृत्व के वाहक बने और इसके लिए हमें आपका आभार जताना चाहिए. अगर हम सब एक साथ खड़े होकर वो करें जो आपने कहा है और उस पर चलें जो राह आपने दिखाई है तो हम वहां पहुंच जाएंगे, जहां दुनिया हमें देखेगी और कहेगी कि इस प्रधानमंत्री ने कहा था कि ऐसा हो सकता है और ऐसा करके दिखाया."
भारत के शीर्ष ट्रेड संगठन एसोचैम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी वाला बनाने के लिए आत्मनिर्भर रोडमैप पर चर्चा हुई. मंगलवार से शुरू हुआ यह कार्यक्रम एक हफ्ते तक चला और आज इसका आखिरी दिन था. इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद समेत कई प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए.
आपको बता दें कि भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ( ASSOCHAM) भारत के वाणिज्य संघों की प्रतिनिधि संस्था है. एसोचैम की स्थापना 1920 में की गई थी. इसकी स्थापना के 100 साल पूरे हो चुके हैं. एसोचैम के 400 से ज्यादा चैंबर और देश भर में 4.5 लाख से ज्यादा सदस्य हैं. संगठन भारत में व्यापार और वाणिज्य के हितों का प्रतिनिधित्व करता है और घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों को बढ़ावा देने और व्यापार बाधाओं को कम करने के लक्ष्य के साथ मुद्दों और पहलों के बीच इंटरफेस का काम करता है.
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