कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वैक्सीन पॉलिसी पर अस्पष्टता बरतने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकरा पर निशाना साधा. इसी के साथ राहुल गांधी ने वैक्सीन को लेकर स्पष्टिकरण की मांग भी की.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, "पीएम- सभी को वैक्सीन मिलेगी, बिहार चुनाव में बीजेपी- हर एक बिहारी को वैक्सीन मिलेगी, अब भारत सरकार का कहना है कि उसने कभी कहा ही नहीं कि सभी को वैक्सीन दी जाएगी. आखिर पीएम का इस पर क्या स्टैंड है?"
PM- Everyone will get vaccine.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2020
BJP in Bihar elections- Everyone in Bihar will get free vaccine.
Now, GOI- Never said everyone will get vaccine.
Exactly what does the PM stand by?
आपको बता दें कि राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सरकार द्वारा मंगलवार को दिए गए उस बयान के बाद आई है जिसमें उसने कहा कि ऐसा कभी नहीं कहा गया कि कोविड-19 महामारी की वैक्सीन देश की सारी आबादी को लगाई जाएगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) के मुताबिक, "मैं यह साफ करना चाहता हूं कि सरकार ने ऐसा कभी नहीं कहा कि वह पूरे देश को कोरोना का टीका लगवाएगी. यह जरूरी है कि हम ऐसे वैज्ञानिक मुद्दों की चर्चा तथ्यात्मक जानकारी के आधार पर ही करें."
भूषण ने यह भी कहा था कि विश्व के बड़े देशों में भारत में प्रति दस लाख लोगों पर मामले सबसे कम हैं. हमारे देश में 3.72 फीसदी की दर से प्रति 10 लाख 211 मामले हैं. वहीं, अनेक ऐसे देश हैं जहां पर भारत से प्रति दस लाख लोगों पर आठ गुना तक ज़्यादा मामले हैं. यही नहीं भारत में कोरोना से होने वाली मौतें प्रति मिलियन दुनिया में सबसे कम है. भूषण ने कहा, "पिछले एक हफ्ते के डेटा से पता चलता है कि यूरोपीय देशों में मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन भारत में गिरावट देखी गई है."
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि भारत में अब तक 14 करोड़ से अधिक कोविड-19 टेस्ट किए गए हैं और राष्ट्रीय सकारात्मकता दर 6.69 फीसदी है. भूषण ने कहा कि देश में 11 नवंबर को पॉजिटिविटी रेट 7.15% था और 1 दिसंबर को ये 6.69 फीसदी हो गया है.
हालांकि बीजेपी ने बिहार चुनाव के दौरान जारी किए गए अपने मेनिफेस्टो में कहा था कि राज्य में हर एक बिहार को मुफ्त में कोरोनावायरस का टीका लगाया जाएगा. बीजेपी के इस चुनावी वादे की विपक्षी दलों ने खूब आलोचना की थी. साथ ही विभिन्न राजनीति दलों ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि बीजेपी इसे वापस ले.
Leave Your Comment