प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को कहा कि चौरी-चौरा (Chauri-Chaura) की घटना सिर्फ पुलिस स्टेशन में आग लगाने भर तक सीमित नहीं थी, लेकिन उसके जरिए जो संदेश दिया गया वह बहुत बड़ा था. पीएम मोदी ने कहा कि उस घटना में आग सिर्फ पुलिस स्टेशन में ही नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में भी लगी थी. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चौरी चौरा घटना के शताब्दी महोत्सव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुरुआत की.
पीएम मोदी ने कहा, "चौरी-चौरा की घटना पुलिस थाने में सिर्फ आग लगाने तक नहीं थी, बल्कि उसके जरिए जो संदेश दिया गया वो विशाल था. कई कारणों की वजह से उस घटना को कमतर आंका गया, लेकिन हमें उसे बड़े परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए. आग सिफ थाने में नहीं लगी थी, बल्कि लोगों के दिलों में जल उठी थी."
Centenary celebrations of Chauri Chaura incident. https://t.co/X9yixxmrIX
— Narendra Modi (@narendramodi) February 4, 2021
आपको बता दें कि 4 फरवरी 1921 को गोखपुर के एक छोटे से कस्बे चौरी-चौरा में जो हुआ वह इतिहास बन गया. इस घटना के दौरान अंग्रजों के जुल्म से आक्रोशित लोगों ने स्थानीय थाने को फूंक दिया. इस घटना में 23 पुलिसकर्मी जलकर मर गए. इस घटना से आहत महात्मा गांधी को अपना असहयोग आंदोलन वापस लेना पड़ा था. घटना के बाद 228 लोगों पर ट्रायल चलाया गया, जिनमें से 172 को फांसी की सजा सुनाई गई. वहीं, ट्रायल के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अन्य को लंबे कारावास की सजा सुनाई गई. तब के इतिहासकारों ने इतिहास का रुख मोड़ देने वाली इस घटना को कोई खास तवज्जो नहीं दी. नामचीन इतिहासकारों की किताबों में चंद लाइनों में इस घटना का जिक्र है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा, "चौरी-चौरा के वीर शहीदों के चरणों में प्रणाम करता हूं, आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं. चौरी चौरा की पवित्र भूमि पर देश के लिए बलिदान होने वाले और देश के स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा देने वाले वीरों को प्रणाम करता हूं. देश जब आजादी के 77वें बरस में प्रवेश कर रहा है. यह आयोजन उसे और महत्वपूर्ण बना दे रहा है."
उन्होंने कहा, "हालांकि चौरी-चौरा के शहीदों को इतिहास के पन्नों सही से जगह नहीं दी गई, लेकिन देश की मिट्टी में उनका खून शामिल है, जो हमें प्रेरित करता रहता है."
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शरीक हुए और इस दौरान पीएम मोदी ने चौरी-चौरा की घटना के शताब्दी वर्ष के मौके पर डाक टिकट भी जारी किया.
इस दौरान पीएम ने कहा कि महामारी की चुनौतियों के बीच भी हमारा कृषि क्षेत्र मजबूती से आगे बढ़ा और किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन करके दिखाया. हमारा किसान अगर और सशक्त होगा, तो कृषि क्षेत्र की प्रगति और तेज होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की तरक्की में किसानों ने अहम योगदान दिया है. हमारी सरकार ने मंडियों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं. साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्च र फंड को बढ़ाया गया है.
उन्होंने कहा कि अब देश का प्रयास है कि हर गांव, कस्बे में भी इलाज की ऐसी व्यवस्था हो कि हर छोटी-मोटी बीमारी के लिए शहर की तरफ न भागना पड़े. इतना ही नहीं शहरों में भी इलाज कराने में तकलीफ न हो, इसके लिए भी बड़े फैसले लिए गए हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि किसान आगे बढ़ेंगे, आत्मनिर्भर बनें, इसके लिए पिछले 6 वर्षों में लगातार प्रयास किये गए हैं. ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्च र फंड को बढ़ाकर 40,000 करोड़ रुपये किया गया है. इसका सीधा लाभ देश के किसान को होगा. ये सभी फैसले हमारे किसान को आत्मनिर्भर बनाएंगे, कृषि को लाभ का व्यापार बनाएंगे.
कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. इसी के साथ उन्होंने यह भी ऐलान किया कि मंडियां किसानों के फायदे का बाजार बनें इसके लिए 1000 और मंडियों को ई-नाम से जोड़ा जाएगा.
Leave Your Comment