×

क्‍या है ‘ओहाका खादी’ जिसका जिक्र पीएम मोदी ने 'मन की बात' में की

Babita Pant

नई दिल्‍ली 25 Oct, 2020 09:22 pm

क्‍या आपको पता है ‘ओहाका खादी’ के विषय में? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में ‘ओहाका खादी’ का जिक्र किया. इस दौरान उन्‍होंने खादी के विषय में कहा कि इसमें ग्‍लोबल होने की बहुत बड़ी शक्ति है. उन्‍होंने कहा कि हम Local के लिए Vocal हो रहे हैं तो दुनिया भी हमारे local products की fan हो रही है. हमारे कई local products में global होने की बहुत बड़ी शक्ति है. जैसे एक उदाहरण है -खादी का.

लम्बे समय तक खादी, सादगी की पहचान रही है, लेकिन, हमारी खादी आज, Eco- friendly fabric के रूप में जानी जा रही है. स्वास्थ्य की दृष्टि से ये body friendly fabric है, all weather fabric है और आज खादी fashion statement तो बन ही रही है. खादी की popularity तो बढ़ ही रही है, साथ ही, दुनिया में कई जगह, खादी बनाई भी जा रही है. मेक्सिको में एक जगह है ‘ओहाका(Oaxaca)’. इस इलाके में कई गांव ऐसे है, जहां स्थानीय ग्रामीण, खादी बुनने का काम करते है. आज, यहां की खादी ‘ओहाका खादी’ के नाम से प्रसिद्ध हो चुकी है. पीएम मोदी ने ओहाका में खादी के पहुंचने की कहानी भी सुनाई. 

पीएम मोदी ने कहा कि दरअसल, मेक्सिको के एक युवा Mark Brown ने एक बार महात्मा गांधी पर एक फिल्म देखी. Brown ये फिल्म देखकर बापू से इतना प्रभावित हुए कि वो भारत में बापू के आश्रम आये और बापू के बारे में और गहराई से जाना-समझा. तब Brown को एहसास हुआ कि खादी केवल एक कपड़ा ही नहीं है बल्कि ये तो एक पूरी जीवन पद्धति है. इससे किस तरह से ग्रामीण अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता का दर्शन जुड़ा है, Brown इससे बहुत प्रभावित हुए. यहीं से Brown ने ठाना कि वो मेक्सिको में जाकर खादी का काम शुरू करेंगे. 

Mark-Brown-and-Family

मेक्सिको के ओहाका में Mark Brown ने ग्रामीणों को खादी का काम सिखाया, उन्हें प्रशिक्षित किया और आज ‘ओहाका खादी’ एक ब्रांड बन गया है. इस प्रोजेक्ट की वेबसाइट पर लिखा है ‘The Symbol of Dharma in Motion’. इस वेबसाइट में Mark Brown का बहुत ही दिलचस्प interview भी मिलेगा. वे बताते हैं कि शुरू में लोग खादी को लेकर संदेह में थे, परन्तु, आख़िरकार, इसमें लोगों की दिलचस्पी बढ़ी और इसका बाज़ार तैयार हो गया. वे कहते हैं, ये राम-राज्य से जुड़ी बातें हैं जब आप लोगों की जरूरतों को पूरा करते है तो फिर लोग भी आपसे जुड़ने चले आते हैं.

  • \
Leave Your Comment